घटना में पीड़िता की माँ, मौसा एवं फूफा की भूमिका की भी जांच हो-ऐपवा
प्रहरी संवाददाता/समस्तीपुर (बिहार)। यूपी के ललितपुर में दुष्कर्म की घटना की शिकायत दर्ज कराने गई पीड़िता को थाना में पुनः दुष्कर्म करने जैसी घटना से देशवासी स्तब्ध है। इससे भी ज्यादा इस घटना पर योगी- मोदी का चुप्पी शर्मनाक है।
रोसरा दुष्कर्म कांड की उच्च स्तरीय जांच कराकर आरोपी शिक्षक पिता को गिरफ्तार कर जिला प्रशासन (District Administration) जेल में बंद करे। साथ ही जानकारी के बाबजूद मामले को दबाने की कोशिश में लगे पीड़िता की शिक्षिका मां एवं मामा पर भी कार्रवाई करे जिला प्रशासन।
नहीं चाहते हुए भी पीड़िता की जान खतरे में देखकर मानवता को शर्मशार करने वाली इस घटना के खिलाफ ताजपुर पैक्स पर ऐपवा के विरोध सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह (Bandana Singh) ने उक्त बातें कही।
उन्होंने कहा कि ऐसे पिता को जीने का हक नहीं है, जिसने पिता- पुत्री जैसी पवित्र रिश्ता को कलंकित किया है। उन्होंने मामले की जानकारी के बाबजूद शिक्षिका मां एवं मामा पर भी कार्रवाई की मांग की है। ऐपवा नेत्री ने पीड़िता की शिकायत लिए बिना थाना से भगाने की जांच एवं थानेदार पर भी कार्रवाई की मांग की है।
इससे पूर्व भाकपा माले एवं ऐपवा के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने बीते 5 मई को विरोध मार्च निकाला। अपने – अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे कार्ड बोर्ड लेकर कार्यकर्ताओं ने समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर प्रखंड के चक मोतीपुर से विरोध मार्च निकाला। विरोध मार्च क्षेत्र भ्रमण के बाद मोतीपुर पैक्स के पास पहुंचकर सभा में तब्दील हो गया।
सभा की अध्यक्षता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया। मौके पर भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, प्रखंड कमिटी सदस्य प्रभात रंजन गुप्ता, देवकी सहनी, कुशो सहनी, मंती देवी, सुमित्रा देवी आदि ने सभा को संबोधित किया।
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