प्रहरी संवाददाता/मुंबई। अर्जेंटीना के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में चल रहे द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा के लिए बुधवार को मुंबई में बीएआरसी परिसर (BARC Campus) में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने भविष्य के सहयोग के नए क्षेत्रों का भी पता लगाया।
दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने विशेष रूप से डीएई की वाणिज्यिक शाखा ब्रिट और अर्जेंटीना (DAE’s Commercial arm Brit and Argentina) की कंपनी मेसर्स के बीच चल रहे सहयोग पर चर्चा की। स्वास्थ्य उद्योग में उपयोग किए जाने वाले रेडियोआइसोटोप उत्पादों की आपूर्ति के लिए उच्च विशिष्ट गतिविधि, मोलिब्डेनम-99 (Mo-99) के उत्पादन के लिए टर्न की आधार पर सुविधा स्थापित करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार Mo-99 नैदानिक परमाणु चिकित्सा में प्रयुक्त 99mTc आधारित रेडियो फार्मास्युटिकल तैयार करने के लिए 99Mo/99mTc जनरेटर के उत्पादन के लिए एक महत्वपूर्ण कच्चा माल है। इस सुविधा के साथ, भारत कम समृद्ध यूरेनियम लक्ष्य का उपयोग करके मेडिकल ग्रेड एचएसए एमओ-99 की उत्पादन क्षमता रखने वाले दुनिया के कुछ देशों में से एक होगा।
यह भारत (India) को Mo-99 में आत्मनिर्भर बनाएगा और इसका निर्यात करने में भी सक्षम बनाएगा। डॉ. सैंटियागो ने बीएआरसी (BRC) में विखंडन मोली प्लांट (एफएमपी) सुविधा ब्रिट का भी दौरा किया।
बीएआरसी के निदेशक डॉ. ए. के. मोहंती ने उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। डॉ. मोहंती के साथ पी. मुखर्जी, मुख्य कार्यकारी, विकिरण और आइसोटोप प्रौद्योगिकी बोर्ड (बीआरआईटी), रणजीत कुमार, प्रमुख, परमाणु नियंत्रण और योजना विंग और विश्वदीप डे, संयुक्त सचिव (बाहरी संबंध और बिजली) थे।
बाद में, अर्जेंटीना के मंत्री कैफिएरो का स्वागत बी.सी. पाठक, सीएमडी, न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने भी किया। उन्होंने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र पर चर्चा की और भविष्य के सहयोग के लिए गुंजाइश और अवसरों का पता लगाया। यह बात डॉ. आर.के. वत्स, उत्कृष्ट वैज्ञानिक और बार्क में जन जागरूकता प्रभाग के प्रमुख ने कही ।
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