गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली जिले (Vaishali district) में नील गाय की वजह से जहाँ किसानों ने मक्का की खेती छोर दिया वहीं इन नीलगाय (घोड परास) की बढ़ती संख्या से किसानों की खेती चौपट हो चुकी है। आये दिन इन निलगायो की वजह से सड़क दुर्घटना में लोग जान गवा रहे हैं।
जिले में नीलगायों का कहर इतना बढ़ गया है कि अब वे किसानों द्वारा लगाए गये फसलों को बेखौफ बर्बाद कर रहे हैं। ऐसे में यहां के किसान अब धीरे-धीरे खेती करना छोड़ने लगे हैं। दूसरी ओर नीलगायो की वजह से जिले में दुर्घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ने लगा है।
जानकारी के अनुसार बीते 16 अप्रैल को राष्ट्रीय उच्च पथ (NH) 22 पर हाजीपुर भगवानपुर के सतपुरा गांव के समीप सन्ध्या 8 वजे इसी थाने के चकाकु ग्राम निवासी कुमार शैलेश अपनी पत्नी के साथ घर लौट रहे थे कि अचानक निलगायो का झुंड उनकी मोटर साईकिल से टकरा गया। दोनो पति-पत्नी इस दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गये।
पत्नी को गम्भीर अवस्था में इलाज के लिए सदर अस्पताल हाजीपुर (Sadar Hospital Hazipur) लाया गया। जहाँ से इलाज के लिये महिला को पीएमसीएच (PMCH) पटना रेफर किया गया। उक्त महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई।जानकारी मिली कि शैलेस के घर बीते 17 अप्रैल को भतीजी की शादी थी, जिसका सामान खरीद कर उस दिन वे लौट रहे थे। इस दुर्घटना की वजह से उनके घर खुशी गम में बदल गया।
जिले में इस तरह की निलगायो की वजह से आए दिन कहि न कही दुर्घटना होती रहती है लेकिन सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कदम नही उठाया जाता है। न हीं जिले के जनप्रतिनिधि ही इस ओर ध्यान देते हैं।
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