एस. पी. सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय श्रम संगठन इंटक से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन के सीसीएल सचिव (CCL Secretary), विधायक प्रतिनिधि तथा कथारा क्षेत्रीय अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने सीसीएल प्रबंधन पर कामगारों के समयबद्ध वेतन भुगतान नहीं किये जाने को प्रबंधकीय कुव्यवस्था करार दिया है।
राकोमयू नेता के अनुसार पूरे सीसीएल में कार्यरत श्रमिक अत्यंत ही पीड़ा का दंश झेल रहे हैं। पिछले 3 माह से हजारों कामगार लगातार इनकम टैक्स का दंश झेल रहे है। सिंह के अनुसार इनकम टैक्स कटौती के कारण सैलरी भी काफी कम रहा। उस परेशानी से श्रमिकों का वित्तीय स्थिति चरमरा गया था।
वही इस माह जो वेतन का भुगतान पूर्व व्यवस्था के तहत रहने से मिल जाता, लेकिन नई व्यवस्था पद्धति लागू करने के कारण 10 तारीख तक मासिक वेतन भुगतान किए जाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन आज तक की जो परिस्थितियां हैं उसके अनुसार निर्धारित तिथि में भुगतान हो पाना संभव नहीं दिख रहा है।
सिंह ने कहा कि लंबे समय से जो स्कूल बंद थे, इधर स्कूल का खुलना भी शुरू हो गया। बच्चों का नामांकन, स्कूल फीस समय पर जमा नहीं कर पाने का श्रमिकों को भय सता रहा है। जिससे श्रमिकों में गहरा आक्रोश है। यह आक्रोश कभी भी ज्वाला का रूप ले सकता है।
जिसका खामियाजा प्रबंधन को भुगतना होगा। इस संदर्भ में सीसीएल के निदेशक कार्मिक, निदेशक वित्त से मांग की गई है कि व्यवस्था में गति लाते हुए मासिक वेतन भुगतान अविलंब हो।
इसकी मांग राष्ट्रीय (National) कोलियरी मजदूर यूनियन के सीसीएल सचिव व विधायक प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह ने करते हुए कहा है कि नई व्यवस्था से बहुत सी खामियां सामने आई है।
उन्होंने कहा कि मजदूरों के अनुपस्थिति के दिन जिस प्रकार के नियम को अपनाया जाने का जिक्र है, वैसे में मजदूर के पास पावना छुट्टी रहने के बावजूद गैर हाजरी के स्थिति में वेतन से अगर वंचित हुए तो इस व्यवस्था के तहत सीसीएल प्रबंधन को बड़ा नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि मजदूरों की भावना के साथ खेल हुआ तो इसका दुष्परिणाम झेलना पड़ेगा। समय रहते सही व्यवस्था सही समय पर बने जिससे किसी को कोई अनुचित परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
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