एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में पूसा प्रखंड के कुबौली पंचायत अंतर्गत मिल्की टोला में किसानों की जमीन पर जबरन नहर खोदने के खिलाफ चौथे दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी है। धरना को भाकपा माले (Bhakpa Male) सहित ग्रामीण रहिवासियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले तिरहुत गंडक नहर परियोजना मोतीपुर कैंप मुजफ्फरपुर के द्वारा किसानों के जमीन पर जबरन नहर खोदने व किसानों को धमकी देने के खिलाफ अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण धरना 4 अप्रैल को चौथे दिन भी जारी रहा। मौके पर किसान नेता दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में धरना स्थल पर सभा का आयोजन किया गया।
सभा को भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य राम कुमार, इनौस जिला कमिटी सदस्य संतोष कुमार, इनौस प्रखंड सचिव कृष्ण कुमार, मो. अनवर, किसान नेता राम ललित सिंह, बासुदेव सिंह, जगदीश सिंह, रामदेव सिंह, ओम प्रकाश झा, राधेश्याम झा, शंकर महतो, शिव दयाल सिंह, मोहम्मद अशरफ हसन, पिंटू कुमार सिंह, रवि रंजन, आदि।
दशरथ साह, राम ललित साह, सुरेंद्र महतो, सुनीता देवी, सिंधु देवी, विभा देवी, आशा देवी, शांति देवी, बबीता देवी, उर्मिला देवी, लाल बाबू महतो, खेग्रामस के पूसा प्रखंड अध्यक्ष मुंशी लाल राय समेत अन्य कई नेता एवं कार्यकर्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि 1967 – 68 में तत्कालीन बिहार के मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर द्वारा किसानों के हित को देखते हुए इस नहर परियोजना को मोहम्मदपुर कोठी के पास बुढी गंडक में मिला दिए जाने का प्रस्ताव था।
बावजूद इसके बिहार की भाजपा (BJP) जदयू गठबंधन सरकार के द्वारा कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए फिर से इस नहर परियोजना को चालू करना किसानों के साथ अन्याय है। किसानों का हक़मारी बर्दाश्त नहीं। इसके ख़िलाफ़ अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। उक्त जानकारी भाकपा माले समस्तीपुर जिला स्थायी समिति सदस्य कॉमरेड सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने दी।
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