बॉयलर टैंक फटने से 6 की मौत, दर्जनों घायल
नवीन सिंह परमार/ बिहार। बिहार के गोपालगंज जिले के सासामुसा चीनी मिल में बुधवार की देर रात बॉयलर टैंक फटने से 6 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि चार की मौत चीनी मिल में ही हो गई थी वहीं दो अन्य की मौत पटना पीएमसीएच जाने के दौरान रास्ते में हुई है। घटना के बाद जख्मी लोगों को गोपालगंज से पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने चीनी मिल के गेस्टहाउस में जमकर तोड़-फोड़ किया है।
गौरतलब हो कि बुधवार की देर रात सासामुसा चीनी मिल हादसे में शिकार चार लोगों तो घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। वहीं एक अन्य की मौत गोपालगंज से पटना पीएमसीएच ले जाने के दौरान हुई। मौजूदा समय में गोपालगंज से लेकर पटना तक दर्जनो घायलो का इलाज चल रहा है। मृतकों में कुचायकोट के खजुरी निवासी अर्जुन कुमार कुशवाहा, कुचायकोट के बाणी खजुरी निवासी कृपा यादव और यूपी के पढरौना निवासी 60 वर्षीय मो. शमशुद्दीन का समावेश है। मोहम्मद शमशुद्दीन इस मिल में पिछले 40 साल से टरबाइन चलाने का काम करते थे। जानकारी के मुताबिक घायल कन्हैया की मौत गोपालगंज से पटना जाने के दौरान हो गई है।
इस हादसे के बारे बताया जा रहा है कि बुधवार की दे रात करीब साढ़े बारह बजे चीनी मिल का बॉयलर टैंक अचानक ओवर हिट होने की वजह से फट गया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। मृतक अर्जुन कुमार कुशवाहा के भाई अरुण कुमार ने मीडिया को बताया कि एक सप्ताह पहले भी इसी जगह पर बॉयलर पाइप फट गया था। जिसे स्थानीय लोगों की मदद से रिपेयर किया गया था। मिलकर्मी कई बार पुरानी मशीनों को बदलने और कार्यस्थल पर इंजीनियर को तैनात करने की मांग की थी। लेकिन मिल प्रबंधन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जिसकी वजह से पांच लोगों की मौत हो गई। यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
मृतक कृपा यादव का बीटा अनिल कुमार यादव के मुताबिक सात दिन पहले भी हादसा हुआ था। जिसमे कई लोग जख्मी हुए थे। बावजूद इसके इसी जर्जर मशीन से जबरन काम करवाया जा रहा था। ससामुसा चीनी मिल हादसे में तीन लोगों के मरने की जहां आधिकारिक पुष्ठि की गयी है। वही प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटनास्थल पर अभी भी कई शव पड़े हुए है।
लोगों के मुताबिक इस हादसे में मरने वालों की संख्या 9 के करीब है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्ठि नहीं कर रहा है। प्रशासन द्वार चीनी मिल परिसर की घेराबंदी कर दी गई है और किसी भी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। वही सूत्र बताते हैं की बॉयलर से गर्म पानी का रिसाव हो रहा है। जिसकी वजह से घटनास्थल की दूसरी तरफ जाना मुश्किल है और इसी वजह से मरने वालों का सही आंकड़ा नहीं मिल पा रहा है।
इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। घटना के बाद से ही मिल प्रबंधक समेत अन्य अधिकारी फरार बताए जा रहे है। इस घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। फिलहाल पुलिस ने पूरे घटनास्थल को सील कर दिया है। इस हादसे की जानकारी मिलते ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई अधिकारियों को हेलीकाप्टर से गोपालगंज भेजा है।
सासामुसा चीनी मिल में हुए हादसे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मरने वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हादसे में मारे गये सभी मृतको के परिजनों को चार – चार लाख रूपये अनुग्रह अनुदान देने हेतु आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया है। वही दूसरी ओर बिहार के कृषि मंत्री डॉक्टर प्रेम कुमार ने कहा है कि मिल मालिक की अनदेखी व लापरवाही के कारण यह घटना हुई है । जांच के बाद, दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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