धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। वन विभाग की लापरवाही के कारण विष्णुगढ़ प्रखंड के हद में सोतिया नदी तट पर स्थित जाम्बुआ जाने वाले रास्ते के दोनों किनारों में स्थित जंगलों में नही थम रही हैं पेड़-पौधों की अवैध कटाई। पर्यावरण की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले हरे-भरे पेड़- पौधे तमाम कवायदों के बाद भी पेड़ पौधे कि कटाई से जंगल दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के जंगलो में जितने पेड़ कट रहे हैं, उसकी तुलना में पौधा रोपण व वृक्षों का संरक्षण नहीं हो रहा है। कहा जाता है कि वनकटुओ के हौसले इतने बुलंद है कि यह वन विभाग की आंखों में धूल झोंक कर अवैध कटान को अंजाम दे रहे हैं।
प्रातः भ्रमण में निकले विवेक कुमार, रोहित वर्मा, राहुल भारती, सुखदेव कुमार, गोपाल कुमार, कृष्णा वर्मा, अशोक साहु आदि कुछ युवकों की नजर जब कटे हुए पेड़ पर पड़ी तो इन युवकों को काफी निराशा हुई। इन लोगो ने बताया कि एक पेड़ का कटा हुआ हिस्सा जंगल में ही छोडा हुआ मिला।
बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व भी इस तरह की खबरें समाचार पत्र में प्रकाशित किया गया था। बड़े अफसोस की बात है कि वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा अबतक इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। अभी भी इन जंगलों में पेड़- पौधों की कटाई निरंतर जारी है।
कुछ लोग दातुन, पल्हा और अपने बारियो को घेरने के लिए पेड़ों को काटकर गिरा देते हैं, जिसके कारण दिन-प्रतिदिन पेड़- पौधों की हरियाली कम होते जा रही है। कुछ लोग अज्ञानता वश जंगलों में आग लगा दे रहे हैं, जिससे वहां लगे हरे पेड़ पौधे झुलस जा रहे हैं।
अगर यही सिलसिला निरंतर चलता रहा तो आने वाले समय में हरा-भरा दिखने वाला यह जंगल पूरी तरह से खत्म हो जायेगा। शेष कुछ भी नहीं बचेगा। फिर लोग शुद्ध हवा के लिए तरस जाएंगे।
इसलिये रहिवासियों ने वन विभाग के अधिकारियों से अपील की है कि पेड़-पौधों की अवैध कटाई रोकी जाए तथा जंगलों में जो आग लगाई जाती है उसे रोका जाए, ताकि हरियाली का यह क्षेत्र सर्वदा हरा भरा दिखे।
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