रांची। झारखंड के गढ़वा में छह दिसंबर को बजट पूर्व संगोष्ठी के दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा दिए गए बयान के लिए आलोचनाएं झेलनी पड़ रही है। मुख्यमंत्री रघुवर दस के बयां को ब्राह्मण समाज को अपमानित करने वाला बताते हुए अचला निवासी नवलेश धर दुबे ने मामला दर्ज कराया है।
ब्राह्मण उत्थान संगठन ने बोकारो के नया मोड़ स्थित बिरसा चौक पर सीएम रघुवर दास का पुतला फूंककर विरोध जताया। ब्राह्मणों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने पर संगठन ने सीएम दास की निंदा की। संगठन के सदस्यों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सार्वजनिक मंच पर माफी मांगने की मांग की।
इस मौके पर जिला महामंत्री कन्हैया चंद्रशेखर पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी सीमा नहीं लांघनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने ब्राह्मणों के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है। ऐसे लगता है कि धर्म की राजनीति करते-करते अब भाजपा जात-पात की राजनीति भी करने लगी है।
उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों के खिलाफ की गई टिप्पणी का विरोध करने वाले भाजपा के वरीय नेता रवींद्र तिवारी को पार्टी से बर्खास्त कर दिया गया, जो मुख्यमंत्री के तानाशाही रवैये का परिचायक है। संगठन के वरीय नेता कृष्णकांत पांडेय ने कहा कि भाजपा पूरी तरह से हिंदुत्व पर टिकी है और हिंदुत्व का बीज ब्राह्मणों ने बोया है। ऐसे में वर्ष 2019 का चुनाव रघुवर दास के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विनोद कुमार ओझा ने किया।
इस अवसर पर संगठन के शुभंकर पैतुंडी, उत्तम पांडेय, कृष्णा पांडेय, विक्रम चटर्जी, राकेश पांडेय, प्रकाश चक्रवर्ती, अजय गोस्वामी, राहुल पांडेय, अर्णव खवास, विक्की तिवारी, लक्ष्मीकांत पांडेय, तारक पांडेय, त्रिलोचन पांडेय, नयन पांडेय, राजू पांडेय, पप्पू चौबे, धनंजय तिवारी सहित अन्य सदस्य थे।
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