एक अन्य सीसीएल अनुदानीत विद्यालय शिक्षक ने इलाज के अभाव में दम तोड़ा
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। पूराने सामाजिक रीति-रिवाज के मुताबिक मृत माता पिता को मुखाग्नि उनके पुत्र या परिवार का कोई पुरुष सदस्य देते थे। समय के साथ कई बेटियों ने भी अपने माता- पिता तथा भाई – बहन को मुखाग्नि देकर पीढियों से चले आ रहे मान्यताओं के मिथक तोड़कर आगे बढ़ी।
इसी कड़ी में बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में बेरमो कोयलाचंल के संडे बाजार (Sunday Market) स्थित शिशु विकास विधालय की शिक्षिका शशिबाला शर्मा ने 14 मार्च को अपने पति को मुखाग्नि देकर पुरानी वर्जनाओं के मिथक को तोड़कर मिशाल कायम किया है।
उल्लेखनीय है कि शिक्षिका शर्मा का इकलौता पुत्र अक्षय शर्मा का नौ वर्ष पूर्व 2013 के अप्रैल माह में बोकारो कोलियरी खदान में नहाने के क्रम में डुब गया था। काफी खोज- बीन के बाद दूसरे दिन मृत अवस्था में उसका शव मिला था। उस समय वह बारहवीं फाइनल ईयर का मेधावी छात्र था। अब परिवार में सिर्फ पति- पत्नी ही थे।
पहले से बीमार चल रहे पति 57 वर्षीय अनुप शर्मा ने भी बीते 13 मार्च को साथ छोड़ दिया। बड़ी मुश्किल से पुत्र की मृत्यू की पीड़ा से बाहर निकल पाने के बाद पति ने भी ab उनका साथ छोड़ दिया।
पुत्र और पति की मृत्यू के बाद अकेली बची शिक्षिका ने अपने स्व पति की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए 14 मार्च को राम विलास + 2 हाई स्कूल के पास श्मशान घाट जाकर खुद पति को मुखाग्नि देकर न सिर्फ पुराने वर्जनाओं को तोड़ा, बल्कि एक नया आयाम स्थापित किया।
संस्कार की विधि पंडित अनिल मिश्रा ने पूरी की। मौके पर वरीय कांग्रेसी नेता गिरिजा शंकर पांडेय, समाजसेवी सुबोध सिंह पवार, शिक्षक नयन कुमार बनर्जी, सैयद सरफराज हुसैन, शतीश्वर गोप, पत्रकार अनील पाठक, शिशु विकास विद्यालय के प्रधानाध्यापक राम अयोध्या सिंह सहित दर्जनों रिश्तेदार और समाज के लोग अंतिम यात्र में शामिल हुए।
एक अन्य जानकारी के अनुसार प्रार्थमिक मध्य विद्यालय सीपीपी (CPP) कथारा के प्रधानाध्यापक 56 वर्षीय सुनील कुमार सिंह का उनके पैतृक गांव बिहार के नवादा जिला के हद में मननपुर खंनवा में बीते 13 मार्च की दोपहर निधन हो गया। संध्या में उनका दाह संस्कार स्थानीय श्मशान घाट में कर दिया गया। सिंह को उनके भतीजा (भाई का पुत्र) ने मुखाग्नि दी।
बताया जाता है कि बीते छह माह पूर्व से स्व सुनील सिंह गॉल ब्लाडर में कैंसर रोग से ग्रसित थे। वे अपने पीछे एकमात्र पुत्री प्रियंबदा कुमारी उर्फ विक्की सहित धर्मपत्नी सरोज देवी एवं दो नाती को छोड़ गये हैं। उनकी धर्मपत्नी भी उक्त विद्यालय में हीं शिक्षिका हैं।
इस संबंध में कोयला खदान शिक्षक मोर्चा के सीसीएल अध्यक्ष प्यारेलाल यादव ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सीसीएल प्रबंधन की हठधार्मिता के कारण बीते एक साल से उक्त शिक्षकों को ग्राँट इन ऐड नहीं मिलने से भुखमरी के कगार पर चले गए। जबकि बीमार हालत में उनका इलाज पैसे के अभाव में संभव नहीं हो सका। जिससे हेडमास्टर सुनील कुमार तथा शिक्षिका के पति की असमय निधन हो गया।
इस अवसर पर शोक व्यक्त करनेवालों में स्वामी विवेकानंद स्कूल के प्रधानाध्यापक आरपी सिंह, शिशु विकास विद्यालय के आर ए सिंह, संत अन्थोनी के जिसा पॉल, आदर्श कन्या उच्च विद्यालय के अनुपमा मिश्रा, आदर्श उच्च विद्यालय के संतोष कुमार, रिफार्मट्री इंग्लिश पब्लिक स्कूल के सत्यनारायण प्रसाद सहित बीरमणि पांडेय, आदि।
युगल किशोर झा, साजेश कुमार, मुक्ता सागर, अनीता सिंह, ज्योतिर्मय मंडल, रीता कुमारी, लालचंद ठाकुर, रीना विल्सन, हर्ष नारायण ठाकुर, रामजी प्रसाद, अंबिका सिंह, शंभू मंडल, दिलीप शर्मा, राकेश कुमार मिश्रा, रबिन्द्र यादव, कार्तिक कुमार पांडेय आदि शामिल हैं।
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