अनुशासन में रह कर बच्चे करें शिक्षा ग्रहण-मंत्री
शिलान्यास में बोकारो विधायक, उप विकास आयुक्त, एसडीओ, सांसद प्रतिनिधि, जिला शिक्षा पदाधिकारी आदि हुए शामिल
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। अनुशासन में रह कर बच्चे – बच्चियां गुरू से शिक्षा ग्रहण करें और आगे बढ़े। आपना अपने विद्यालय, जिला व राज्य का नाम रौशन करें। गुरू महान होते हैं।
मन लगाकर पढ़ोगे तभी सफलता हासिल कर पाएंगे। उक्त बातें झारखंड के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री जगरनाथ महतो ने कही। मंत्री 5 मार्च को बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में चास प्रखंड अंतर्गत उत्कृष्ट एवं आदर्श विद्यालय राम रूद्रा प्लस टू उच्च विद्यालय के शिलान्यास समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री जगरनाथ महतो ने विद्यालय में अध्ययनरत बच्चियों को कहा कि आपको भी डीसी, डीडीसी, डीईओ जैसा उच्च अधिकारी बनना है। अभी से ही अपने मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए कमर कस लें। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा सरकारी विद्यालयों में बेहतर माहौल व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की है।
इसी दिशा में यह एक पहल है। उन्होंने कहा कि राज्य (State) के 80 विद्यालयों को उत्कृष्ट एवं आदर्श विद्यालय के रूप में चिन्हित किया गया है। इन विद्यालयों में निजी विद्यालयों की तरह ही सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इन्हीं विद्यालयों में से एक राम रूद्रा प्लस टू उच्च विद्यालय है। प्रथम चरण में उन 80 विद्यालयों में से 25 विद्यालयों को सीबीएसई से मान्यता के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मंत्री ने कहा कि जल्द राज्य सरकार (State Government) छात्रहित में दस लाख रूपए तक के लिए क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली है। जिसके माध्यम से बिना ब्याज के ऋण की सुविधा छात्रों को उपलब्ध होगी। अपने वक्तव्य में उन्होंने जिले में मेडिकल कॉलेज की भी स्थापना करने समेत कई अन्य बातों को कहा।
मौके पर उपस्थित बोकारो विधायक (Bokaro MLA) बिरंची नारायण ने कहा कि यह काफी ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई बार बोकारो को जिला स्तरीय स्कूल देने एवं राम रूद्रा प्लस टू विद्यालय को जिला स्तरीय स्कूल बनाने की मांग की है। आज जिला स्कूल नहीं लेकिन उसके समकक्ष उत्कृष्ट एवं आदर्श विद्यालय राम रूद्रा प्लस टू विद्यालय को बनाएं जाने पर वे काफी प्रसन्न हैं।
उन्होंने इसके लिए मंत्री का आभार जताया। कहा कि इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 1948 ई. में हुई है। इस विद्यालय ने कई इतिहास को अपने अंदर समेटा है।
विद्यालय के कई भूतपूर्व छात्र वैज्ञानिक, चिकित्सक, प्रशासनिक पदाधिकारी बनकर अपनी सेवा देश व राज्यों में दे रहें है। विधायक ने कहा कि विद्यालय को सुविधाएं दी जा रही है, अब विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षक/शिक्षिकाओं का यह दायित्व बनता है कि वह विद्यालय को और ऊंचाईयों पर ले जाएं।
उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री ने कहा कि राज्य सरकार ने निजी विद्यालयों के तर्ज पर सरकारी विद्यालयों को अपडेट करने का निर्णय लिया है। ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराई जा सके। उन्होंने कहा कि यह हर्ष की बात है कि जिले के तीन विद्यालयों का चयन उत्कृष्ट एवं आदर्श विद्यालय के लिए किया गया है।
जिला प्रशासन हर संभव सहयोग करेगा कि इस विद्यालय का कार्य ससमय पूरा हो जाए। इससे पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी नीलम आइलीन टोप्पो ने बताया कि सूबे के 80 विद्यालयों को उत्कृष्ट एवं आदर्श विद्यालय के लिए चिन्हित किया गया है।
इनमें जिले का तीन विद्यालय शामिल है। जिला स्तर पर राम रूद्र प्लस टू उच्च विद्यालय, आवासीय विद्यालय स्तर पर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय एवं बालिका विद्यालय स्तर पर प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय नावाडीह शामिल है।
मौके पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री द्वारा विद्यालय की राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षिका निरूपमा कुमारी को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा जिला शिक्षा अधीक्षक रेणुका तिग्गा, सांसद प्रतिनिधि केएन ओझा, जिला परिषद उपाध्यक्ष हीरालाल मांझी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, रामरूद्र उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक सहित विद्यालय के शिक्षक व छात्र उपस्थित थे।
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