एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर के खलील रिजवी हत्याकांड के खिलाफ बिहार विधानसभा में 25 फरवरी को जमकर बवाल हुआ।
जहाँ एक ओर विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण के समानांतर भाकपा माले विधानसभा दल के उपनेता सत्यदेव राम ने अभिभाषण देते हुए आरएसएस के गुंडों द्वारा खलील रिजवी की हत्या किये जाने पर सवालिया निशान लगाते हुए सरकार से पूछा कि सरकार बिहार में अब भी सुशासन की सरकार अपने आपको कहेगी। उन्होंने सरकार पर हत्यारे को बचाने का आरोप लगाया।
वहीं दूसरी ओर खलील रिजवी के हत्यारे की गिरफ्तारी, परिजन को 20 लाख रूपये मुआवजा एवं सरकारी नौकरी देने की मांग को लेकर विधानसभा के प्रवेश द्वार पर भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम, विधायक अजीत कुशवाहा ने जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान माले विधायकों के नीतीश सरकार को आरएसएस की गोद में खेलने का आरोप लगाया। माले विधायकों ने कहा कि कोई क्या खाए, क्या पहने ये सरकार नहीं तय कर सकती। माले विधायक ने खलील रिजवी हत्याकांड समेत मामले का समाधान करने अन्यथा संघर्ष तेज करने की घोषणा की।
उक्त आशय की जानकारी भाकपा माले समस्तीपुर जिला कमिटी सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह (District committee member Surendra Prasad Singh) एवं आसिफ होदा ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 25 फरवरी को देते हुए आगामी 28 फरवरी को रिजवी हत्याकांड के खिलाफ मुसरीघरारी में आहुत न्याय मार्च में भाग लेकर सफल बनाने की अपील जिले के शांति प्रिय आम जनता से की है।
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