दलित-गरीब अंधेरे में खाना बनाने, खाने और सोने को मजबूर-ब्रहमदेव
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर के ठेला भेंडर द्वारा कई वर्षों से अनुमंडल से करीब 8 ठेला मिट्टी तेल का उठाव किया जा रहा है। इसे जरूरतमंदों के बीच वितरण करने के बजाये कालाबाजारियों के हाथों बेचकर मोटा रकम कमाने का खेल जारी है।
जानकारी के अनुसार जनवरी से ताजपुर नगर परिषद के उपभोक्ताओं को राशन डीलर द्वारा मिलने वाला तेल बंद कर दिए जाने के बाद तेल संकट को लेकर अनुमंडल कार्यालय में छानबीन करने पर मामले का खुलासा किया गया।
मामले का खुलासा करते हुए भाकपा माले (Bhakpa Male) ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह (Secretary Surendra Prasad Singh) ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को लिखित शिकायती आवेदन देकर 25 फरवरी को ऐसे ठेला भेंडर का लाइसेंस रद्द करने को लेकर अनुमंडल आपूर्ति अधिकारी से मार्गदर्शन मांगकर कार्रवाई करने करने की मांग की है। आवेदन का प्रतिलिपि अनुमंडल आपूर्ति पदाधिकारी को भी भेजने की बात माले नेता ने बताया।
माले नेता सिंह नेता कहा कि ठेला भेंडर द्वारा दर्शाया गया मिट्टी तेल वितरण स्थल का माले टीम ने स्थानीय नागरिकों से पूछकर तहकीकात की। तमाम लोगों ने एक स्वर में नियत स्थल पर मिट्टी तेल वितरण से इनकार किया। उन्होंने कहा कि ऐसे ही लूट समस्तीपुर जिले के अन्य प्रखंडों में भी है। अगर इसका आकलन किया जाये तो जिले में करोड़ों रुपये का गोरखधंधा पकड़ा जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि अनुमंडल से तेल का उठाव कर जनता के बीच नहीं बांटने का मामला गंभीर है। उन्होंने इस पर चुप्पी साधे रहने वाले अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की तीखी आलोचना की है।
सिंह ने कहा कि आज दलित- गरीब अंधेरे में खाना बनाने, खाने, सोने को मजबूर है। गरीब के बच्चों का पढ़ाई बाधित हो रहा है। अनुमंडल आपूर्ति पदाधिकारी ऐसे ठेला भेंडर को चिन्हित कर उनके लाईसेंस को रद्द करे। वैकल्पिक व्यवस्था कर शहरी क्षेत्र में जरुरतमंदों के बीच तेल का वितरण करे, अन्यथा आगामी 4 मार्च से एमओ का पूतला दहन एवं इसके बाद कार्यालय घेराव से आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा।
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