गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली जिला (Vaishali district) के हद में हाजीपुर प्रखंड के पहेतिया ग्राम में समाज सेवी, शिक्षाविद, लेखक, कवि स्वर्गीय पारस नाथ ठाकुर के द्वादस श्राद्ध के अवसर पर बीते 19 फरवरी को एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
शिक्षाविद स्व पारस ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये बिहार के उप मुख्यमंत्री तारा किशोर प्रसाद, पूर्व पुलिस महानिदेशक (अब राम कथा वाचक) गुप्तेश्वर पांडेय, महुआ के विधायक मुकेश रौशन, पटना के चर्चित शिक्षाविद एम रहमान के अलावे जिले के सामाजिक कार्यकर्ता, विभिन्न पत्रकार वन्धु सहित इलाके के आमजन हजारो की संख्या में पहुंचकर स्व ठाकुर को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
वैशाली जिले का पहेतिया गांव चारो ओर से चवर से घिरा हुआ है। इस गांव में ज्यादातर पिछड़ी जाति की आबादी रहती आई है। स्व पारस नाथ ठाकुर आजादी के बाद स्नातक बनने वाले इसलिए गांव के प्रथम व्यक्ति थे।
सन 1971 में उन्होंने धरहरा के कृष्णा कुमारी विद्या मंदिर उच्च विद्यालय में सहायक शिक्षक के रूप में अपना योगदान दिया। शिक्षक बनने के बाद उन्होंने अपने गांव और आसपास के लड़कों को शिक्षा के प्रति उत्प्रेरित करते और मुफ्त शिक्षा दान भी देते आए।
पारस बाबू को साहित्य से भी लगाव रहता आया। उनकी लिखी कविताएं और लेख देश की प्रतिष्ठित पत्र पत्रिका में प्रकाशित हुई है। गत 8 फरवरी को पारस बाबू अपना भर पुरा परिवार छोड़कर इस दुनिया को छोड़ कर चले गए।
स्व ठाकुर के पुत्र दीपक कुमार ठाकुर ने अपने पिता की स्मृति में गांव में आनेवाली सड़क का अपने खर्च से जीर्णोद्धार कर निर्माण कर जनता को सौप दिया।
जिसका उद्घघाटन श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने आये बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Chief minister Tarkishor Prasad) ने किया। स्व पारस नाथ ठाकुर के पुत्र दीपक ठाकुर ने अपने पिता की स्मृति में आमजन के लिये एक भवन निर्माण का भी वायदा किया।
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