अदालत ने गांजा तस्कर रूबीना को भेजा जेल
मुश्ताक खान/मुंबई। युवा पीढ़ी को नशाखोरी के दलदल में ढकेलने वाली रूबीना मोहम्मद साबीर शेख नेहरू नगर पुलिस के हत्थे चढ़ गई है। लेडी डॉन के नाम से अपनी पहचान बना चुकी गांजा तस्कर रूबीना की लंबे समय से पुलिस को तलाश थी।
कुर्ला पूर्व बर्मा सेल रेल पटरी से पकड़ी गई रूबीना इस क्षेत्र में दहशत का प्रयास थी। उसने पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर हजारों युवकों को नशाखोरी के दलदल में ढकेला है। रूबीना को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस को तीन टिमों का गठन करना पड़ा, फिलहाल अदालत ने उसे जेल कस्टडी में भेज दिया है।
पुलिस (Police) से मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय से नेहरू नगर पुलिस को गांजा तस्कर रूबीना मोहम्मद साबीर शेख (39) के कारनामों की शिकायतें आ रही थी। इस बीच पुलिस ने एक दो बार उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन शातीर रूबीना को भनक लगते ही बर्मा सेल की झोपड़पट्टियों में गुम हो जाती थी।
उसने अपनी पहचान लेडी डॉन (Lady don) के नाम से बना लिया था। जिसके कारण स्थानीय लोग उससे मिलने या बात – चीत करने से कतराते थे। इसका लाभ लेते हुए उसने गांजा की तस्करी के साथ-साथ युवा पीढ़ी को भी नशाखोरी के दलदल में ढकेलने लगी।
शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए नेहरू नगर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी चंद्रशेखर द भाबल सादे वर्दी में दो – तीन बार उस क्षेत्र का दौरा किया, लेकिन वह नहीं मिली। क्योंकि घनी आबादी वाले बर्मा सेल की पटरियों से जुड़े कई नगर हैं।
इन नगरों की तंग गलियों में कौन किस ओर से आया या गया, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल ही नहीं नामुमकीन है। बहरहाल मामला युवा पीढ़ी और एनडीपीएस (NDPS) से जुड़ा होने के कारण भाबल ने अपने मातह काम करने वाले अधिकारियों से चर्चा की और तीन टीमें बनाई। इनमें निर्भया पथक को भी जोड़ा गया।
गौरतलब है कि बर्मा सेल रेल पटरी के एक छोर पर दिवार है जबकि दो तरफ रेलवे लाईन (Railway line) और एक साईड में घनी आबादी। बताया जाता है कि एक साथ तीनों पुलिस की टीमें सादे लिबास में धावा बोल दिया। इस दौरान रूबीना (Rubina) को भागने का कोई मौका नहीं मिला।
चश्मदीदों के अनुसार पुलिस की टीम सादे लिबास में थी, पकड़े जाने के बाद भी रूबीना ने पुलिस की कैद से भागने की भरपूर कोशिश की। लेकिन निर्भया पथक की पुलिस उप निरीक्षक शाहीन देसाई ने बल पूर्वक उसे आत्म सर्मपन करने पर मजबूर कर दिया। इन सभी टीमों का नेतृत्व सीनियर भाबल कर रहे थे। पुलिस ने लेडी डॉन रूबीना को बर्मा सेल रेल पटरी के खंभा संख्या 1023 लाउंड्री के पास से गिरफ्तार किया।
मौजूदा समय में उसके पास से करीब पांच हजार का गांजा भी मिला, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इस मामले में नेहरू नगर पुलिस कि ए.सी.टी सेल के पुलिस उप निरिक्षक देव बांगर रूबीना को गिरपतार करने के लिए यह भूमिका बनाई थी।
लेडी डॉन की गिरपतारी में पुलिस निरिक्षक जयदीप गायकवाड, एएसआई दिपक कुम्भारे, हवालदार राजेशवर सोनावणे, नितिन वाघ, दिपक वाघ, प्रमोद ताइडे, निर्भया टिम की शाहीन देसाई के अलावा सिपाही ज्योती मोरे, सुरेखा पवार और मानसी कदम आदि ने अहम भूमिका निभाई।
इस मामले को पुलिस ने एनडीपीएस की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किया है। कयास लगाया जा रहा है कि इस मामले की छान बीन करने पर और कई राज बाहर आने वाले हैं। फिलहाल अदालत ने उसे जेल कस्टडी में भेज दिया है, आगे मामले की जांच पीएसआई बांगरे (PSI Bangers) कर रहे हैं।
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