एस.पी.सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय ट्रेड यूनियन सीटू ने केंद्रीय आम बजट को मजदूर विरोधी, जनविरोधी व कार्पोरेट परस्त बजट करार दिया है।
इस सबंध में सीटू के बोकारो (Bokaro) जिलाध्यक्ष सह राज्य कमिटी सचिव (State Committee secretary) भागीरथ शर्मा ने 2 फरवरी को प्रेस वक्तव्य (Press statement) के माध्यम से केंद्रीय वजट का विरोध करते हुए बताया कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण रमन द्वारा पेश वजट ने सबका साथ सबका विकास का सरकार का नारा को झूठा साबित किया है और अमृत काल में पच्चीस साल पर नजर जैसा एक नया जुमला गढ़ा गया है।
शर्मा के अनुसार सीटू ने बजट से पहले राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और उसमें सुधार लाने के लिए संपत्ति (वेल्थ) टैक्स, कार्पोरेट टैक्स आदि के माध्यम से अमीरों पर अधिक टैक्स बढाकर कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार सृजन सहित अन्य क्षेत्रों में अधिक वजट आवंटन की मांग की थी।
सरकार (Government) ने ठीक इसके उलट कॉर्पोरेट के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार सृजन, खाध्य सुरक्षा हेतु वजट में कटौती पूर्व की तरह जारी रखा है। यह आम बजट नहीं बल्कि कॉरपोरेट हित में बजट है।
285 total views, 2 views today