अशोक सिंह/बगोदर (गिरिडीह)। बगोदर के पुर्व विधायक कॉमरेड महेन्द्र सिंह के शहादत दिवस 16 जनवरी को भाकपा माले ने संकल्प दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर बगोदर (Bagodar) स्थित स्मृति भवन परिसर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बगोदर स्मृति भवन परिसर स्थित प्रतिमा पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाकपा माले (Bhakpa Male) राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम (Program) की शुरुआत की।
इसके पुर्व जनसंघर्ष नायक पूर्व विधायक (MLA) कॉ महेंद्र और उनकी पत्नी शांति देवी के निधन पर उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया। इसके बाद पार्टी के सैकडों कार्यकर्ताओं के साथ छात्र नौजवानों ने हाथों में लाल झण्डे लेकर कॉ महेन्द्र सिंह को लाल सलाम के नारे के लगाते हुए बगोदर बस पड़ाव स्थित गोलम्बर में लगे प्रतिमा का अनावरण किया गया।
इसके बाद पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के द्वारा माल्यार्पण किया गया। जिसके बाद बारी बारी से आयें हुए गणमान्य अतिथियों द्वारा माल्यार्पण किया गया। इस दौरान निरसा के पूर्व विधायक अरुप चटर्जी, बगोदर विधायक व कॉ महेंद्र के पुत्र कॉ विनोद कुमार सिंह, आदि।
बंगाल से आये मासस नेता कार्तिक दास, मोहनदत्ता नारायण पांडेय, पुरन महतो, संदीप जयसवाल, पवन महतो सहित बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिए।
जानकारी के अनुसार कॉ महेंद्र सिंह के सहादत दिवस के अवसर पर तीनों जिला परिषद स्तर के साथ बगोदर के चौधरीबाँध सहित कई पंचायतों में कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित कर पुर्व विधायक कॉ महेन्द्र सिंह को श्रद्धांजलि दिया।
ज्ञात हो कि आज से 17 साल पुर्व 16 जनवरी 2005 को विधानसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन विधायक महेन्द्र सिंह सरिया थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित दुर्गी धवैया में अपना नामांकन के बाद एक चुनावी कार्यक्रम में शामिल थे। इस दौरान बाइक से आये अज्ञात अपराधयो ने पहले सवाल किया की महेन्द्र सिंह कौन है?
इसके जवाब में उन्होंने स्वयं निर्भीकता दिखाते हुए अपराधियों को बताया था कि “मैं हूं महेन्द्र सिंह”। इतना सुनते ही अपराधियों ने तत्कालीन विधायक पर गोलियों की बौछार कर दी थी। इससे उनकी मौके पर हीं मौत हो गई थी।
शहादत दिवस के दिन पत्नि की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर
जनसंघर्ष नायक कॉ महेन्द्र सिंह की पत्नी व् बगोदर विधायक विनोद सिंह की माँ शांति देवी का आकस्मिक निधन 16 जनवरी के अहले सुबह लगभग ढाई बजे इलाज के दौरान बोकारो जेनरल अस्पताल में हो गई।
पति के शहादत दिवस के दिन ही पत्नि के निधन से खम्भरा सहित बगोदर क्षेत्र में शोक लहर व्याप्त है। इसे लेकर उनके पैतृक गाँव खम्भरा में पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर अंतिम संस्कार किया गया।
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