शहीदों से प्रेरणा लेकर फासीवाद के खात्मे के खिलाफ संघर्ष तेज करेगी माले
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। वर्ष 1981 में समस्तीपुर जेल गोलीकांड के शहीद कॉमरेड कालीचरण राय समेत शहीद सुखदेव राय एवं राजेंद्र साह का संयुक्त शहादत दिवस कार्यक्रम 14 जनवरी को समस्तीपुर जिला के हद में चकनूर स्थित राजेंद्र- सुखदेव- कालीचरण पुस्तकालय में समारोह पूर्वक मनाया गया।
यहां जिला सचिव प्रोफेसर उमेश कुमार (District Secretary professor Umesh Kumar) ने शहीद स्मारक पर झंडोत्तोलन किया। तत्पश्चात दो मिनट का मौन धारण कर शहीद स्मारक पर माल्यार्पण किया गया।
मौके पर आयोजित संकल्प सभा की अध्यक्षता उपेंद्र राय ने की तथा सभा का संचालन सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया। सभा को जिला कमिटी सदस्य बंदना सिंह, प्रमिला राय, रामचंद्र पासवान, जीवछ पासवान,आदि।
राजकुमार चौधरी, किसान महासभा के जिला संयोजक ललन कुमार समेत मो. कम्मू, मो. महताब, अशोक राय, अरूण राय, टींकू यादव, कृष्णा दास, शोभा देवी, अनील चौधरी, पंसस ऐनुल हक, महेश पासवान, साधुशरण साह आदि ने संकल्प सभा को संबोधित किया।
बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले (Bhakpa Male) जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि कॉ कालीचरण राय ने सुखदेव राय, राजेंद्र साह आदि के साथ मिलकर उस समय पुलिस एवं सामंती जुल्म के खिलाफ लड़ाई रहे थे। हमारे क्रांतिकारी साथी दलित- गरीब- अकलियतों की मान- सम्मान के लिए निर्णायक संघर्ष चला रखा था।
झूठे मुकदमे में कॉ कालीचरण राय को जेल में डाला गया था। जेल के अंदर भ्रष्टाचार एवं पुलिस जुल्म के खिलाफ उन्होंने अन्य बंदियों के साथ मिलकर आंदोलन शुरू किया। योजनाबद्ध तरीके से आंदोलन को कुचलने के ख्याल से प्रशासन द्वारा गोली चलाई गई।
जिससे 14 जनवरी 1981 में हुई गोलीकांड में कॉ कालीचरण राय एवं अन्य कई साथी मारे गये। तब देशभर में इस आंदोलन की धमक सुनाई दी थी।
उन्होंने कहा कि आज राज्य एवं देश के अंदर फासिवादियों की सरकार है। संविधान एवं लोकतंत्र पर साजिशन हमला किया जा रहा है। दलित- गरीब-मजदूर- महिला- किसान हितैषी योजनाओं में बड़े पैमाने पर लूट- भ्रष्टाचार है।
शहीदों से प्रेरणा लेते हुए पार्टी- संगठन को और मजबूत बनाते हुए आंदोलन तेज करने का आह्वान उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं से किया।
284 total views, 1 views today