वैशाली जिले के कुल चयनित 162 पैक्सों में 91 हीं क्रियाशील
संतोष कुमार/वैशाली (बिहार)। चौबीस घंटे में धान अधिप्राप्ति मामले में भुगतान हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। साथ ही प्राप्त आंकड़ों के अनुसार जिले में चयनित 162 पैक्सों में से क्रियाशील 91 के अलावा जो क्रियाशील नहीं है, उन्हें क्रियाशील होकर लक्ष्य के प्रति अग्रसर हर हाल में हो जाना चाहिए।
सिर्फ उन्हे मुक्त करते हुए जहां धान की पैदावार नहीं हुई है। शेष को क्रियाशील होना पड़ेगा। अन्यथा नियमानुसार इनपर कारवाई तय है। ये बातें जिलाधिकारी (डीएम) उदिता सिंह (District Magistrate Udita Singh) ने उस समय कही जब वे अन्य अधिकारियों के साथ समाहरणालय स्थित अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में बीते 21 दिसंबर को धान अधिप्राप्ति मामले की गहन समीक्षा में जुटी थी।
डीएम सिंह ने आगे सख्त रुख अपनाते हुए यह भी कहा कि चार दिनों में या फिर आगामी 25 दिसंबर तक जिला प्रशासन द्वारा निर्देशित इस लक्ष्य मामले के टास्क को पूरा कर दिखाएं। जो प्रखंडवार निर्धारित भी किया गया है। जिला प्रशासन की समीक्षा में यह भी स्पष्ट किया गया कि, तीन प्रखंडों मे अच्छी पैदावार हुई है जो आंकड़े बताते हैं।
जिनमें महुआ, पातेपुर और गोरौल में अच्छी पैदावार की जानकारी है। इसलिए वहां लक्ष्य भी अपेक्षाकृत बड़ा निर्धारित किया गया है। जिलाधिकारी सिंह द्वारा की गई समीक्षा में यह बात कही गई।
समिक्षा के क्रम में यह जानकारी भी साझा हुई कि वैशाली जिले में कुल छह मिलरों का चयन किया गया है।
उनमें से तीन को पैक्स से टैग किया गया है। प्रत्येक दिन अधिप्राप्ति मामले की समीक्षा भी होगी। दिन में तीन बार रिपोर्ट भी देनी है। साथ ही संध्या चार बजे वीडियो कनफ्रेंसिंग के जरिए दैनिक प्रतिवेदनों की समीक्षा की जाएगी।
जिले में धान अधिप्राप्ति मामले में लक्ष्य से काफी दूर है। जिसे तेजी से निपटाने की जरूरत है, ताकि लक्ष्य की दिशा में कदम तेजी से निर्धारित अवधि में बढ़ाया जा सके।
मालूम हो कि धान अधि प्राप्ति में वैशाली जिला पंद्रह प्रतिशत के ही आंकड़े को छू सका है। जिसे मद्देनजर रख गति तेज करने का निर्देश दिया गया, ताकि लक्ष्य हासिल करने की दिशा में कदम तेज बढ़े।
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