प्रहरी संवाददाता/बोकारो। पुनर्वास की जमीन नहीं मिलने तथा सरकारी अधिकारियों के रवैये से नाराज तीन युवक 13 दिसंबर को आत्मदाह करने बोकारो के डीपीएलआर (DPLR of Bokaro) कार्यालय पहुंचे।
पीड़ित विक्रम कुशवाहा, गणेश साव और वीरेंद्र ने डीपीएलआर कार्यालय पहुंच कर आत्मदाह करने का प्रयास किया। हालांकि पहले से मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट और पुलिस के जवानों ने उन्हें रोकते हुए सिटी थाना लेकर चले गये, तथा आत्मदाह की कोशिश करनेवाले तीनों युवकों को थाने में बंद कर दिया गया।
मामले को लेकर विस्थापित सह कांग्रेसी नेता थाना पहुंचकर हंगामा करने लगे। इस दौरान पुलिस के साथ विस्थापित नेता की गरमा गरम बहस भी हुई, लेकिन मौके की नजाकत को देखते हुए तीनों युवकों को बंद कमरे से बाहर निकाला गया।
उसके बाद थाने में मौजूद चास के अंचलाधिकारी दिलीप कुमार के साथ तीनों युवकों ने वार्ता की। विभाग द्वारा जल्द समस्या का निदान करने का आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ।
डीपीएलआर कार्यालय पर आत्मदाह करने आए विक्रम कुशवाहा ने बताया कि वे लोग बोकारो स्टील से विस्थापित हुए परिवार हैं। बीपीएलआर विभाग द्वारा उन्हें उनके हक की जमीन पुनर्वास के लिए नहीं दी जा रही है, जबकि कार्यालय के द्वारा मोटी रकम लेकर जमीन का आवंटन किया जा रहा है।
विस्थापित काफी दिनों से कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। कार्यालय के अमीन और बड़ा बाबू सिर्फ परेशान करने का काम कर रहे हैं। इसी के कारण उन्होंने आत्मदाह करने का प्रयास किया है।
इस संबंध में चास के अंचलाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि इन लोगों की डीपीएलआर से जुड़ा समस्या है। जमीन संबंधी मामला होने के कारण इन लोगों ने यह कदम उठाया है। वरीय पदाधिकारियों से बात हुई है। जल्द बैठक कर इनके समस्या को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
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