आंदोलन की ऐतिहासिक जीत पर किसान संगठनों ने विजयी जुलूस निकाला

पटाखें जलाकर, जलेबी बांटकर एक-दूसरे को अबीर गुलाल लगाये
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। विश्व के इतिहास में दिल्ली की सीमा पर लगातार 380 दिनों तक चलने वाला सबसे लंबा किसान आंदोलन की ऐतिहासिक जीत पर पटाखें जलाकर, जलेबी बांटकर, अबीर- गुलाल लगाते हुए वाम संगठनों ने शहर में विजयी जुलूस निकाला।

इस अवसर पर विभिन्न वाम किसान संगठनों से जुड़े कार्यकर्ताओं ने 11 दिसंबर को समस्तीपुर शहर (Samastipur City) के स्टेशन चौक पर जुटकर अपने- अपने हाथों में झंडे, बैनर, नारे लिखे तख्तियां लेकर जुलूस निकाला। किसान कार्यकर्ता (Farmer worker) इस दौरान अबीर- गुलाल एक- दूसरे को लगाते रहे। मौके किसानों ने जमकर पटाखें जलाये, जलेबी भी बांटा गया।

जुलूस संपूर्ण बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए मगरदहीघाट पहुंचकर भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। पुनः जुलूस पुरानी पोस्ट आफिस स्टेशन रोड होते हुए स्टेशन चौक पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।

तत्पश्चात एक सभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता किसान नेता प्रेमनाथ मिश्रा, गंगाधर झा एवं ब्रहमदेव प्रसाद सिंह की तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडली ने की।

यहाँ उपस्थित भाकपा माले के प्रोफेसर उमेश कुमार, कॉमरेड सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, राजकुमार चौधरी, उपेंद्र राय, अरुण राय, माकपा के उपेंद्र राय, राजाश्रय महतो, मनोज कुमार गुप्ता, सत्यनारायण सिंह, अवधेश मिश्र, रधुनाथ राय, भोला राय, राम प्रवेश राय, रामलगन राय, आदि।

रामनिवास राय, भाकपा के रामचंद्र महतो, प्रयागचन्द मुखिया, गजेंद्र चौधरी, प्रेमनाथ मिश्रा, अनील प्रसाद, रामचंद्र राय, शत्रुधन राय पंजी, राम अवतार ठाकुर, उपेंद्र प्रसाद, सुधीर कुमार देव, वीरेंद्र पासवान, सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए किसानों को मिली जीत को ऐतिहासिक आंदोलन का ऐतिहासिक जीत बताया।

नेताओं ने कहा कि भाजपा- संघ की मोदी सरकार ने किसान आंदोलन को तरह- तरह से समाप्त करने की साजिश की, लेकिन पत्थर का सीना चीरकर अन्न पैदा करने वाले किसानों ने 8 सौ से अधिक किसानों की शहादत देकर जाड़ा- गर्मी- बर्षात को झेलते हुए तानाशाही मोदी सरकार को झुकाकर आंदोलन पर विजयी हासिल किया।

यह जीत लोकतंत्र की जीत के साथ भारतीय संविधान में वर्णित लोकतांत्रिक अधिकारों की जीत है। इस जीत से जनविरोधी सरकार के खिलाफ संघर्ष और तेज होगा।

 157 total views,  2 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *