जुलाई 2022 से सत्र की हो सकती है शुरुआत
प्रहरी संवाददाता/वैशाली (बिहार)। वैशाली जिले (Vaishali district) के विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में आज भी बालिकाओं की शिक्षा औपचारिक रूप में भले ही ठीक कहा जाए, लेकिन वास्तविक स्थिति शायद एक एक जिले वासी को पता हो।
जिले का बहुत सारा गांव अब भी इस इंतजार में बाट जोह रहा कि वहां कोई बालिका शिक्षा पर केंद्रित कोई सरकारी या निजी संस्थान खुले। ऐसा कई क्षेत्रों के सुदूर देहातों में शिक्षा प्रेमियों ने संभव भीबनाया है।
इसी कड़ी में डॉ भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर से हाल ही में अवकाश प्राप्त अधिकारी प्रो विवेकानंद शुक्ला ने अपने एक ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत करते हुए अपने पैतृक ग्राम में यमुना नंद एम पी शुक्ला कॉलेज स्थापित किया है।
मालूम हो कि कॉलेज (College) स्थापना के क्रम में आयोजित भूमि पूजन के बाद जिले में इसकी चर्चा जोरों पर है। जबकि संस्थापक प्रो शुक्ला जो बिहार यूनिवर्सिटी मे प्रॉक्टर और रजिस्ट्रार का पद संभाल चुके हैं, उनका कहना कुछ और ही है। उन्होंने बताया कि कॉलेज उनका एक ड्रीम प्रोजेक्ट है।
जो बालिका शिक्षा के प्रति उत्तरदाई होगा। साथ में वहां सभी छात्र भी स्वेच्छा से शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। उन्होंने बालिका शिक्षा में अपेक्षित बदलाव की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया।
साथ ही यह भी बताया कि कॉलेज से जुड़े दस्तावेज आधिकारिक प्रक्रिया ऑन गोइंग है। सिर्फ अब सत्र की शुरुआत पर आधिकारिक अनुमति का इंतजार है। उन्होंने संभावना जताया कि अगले साल 2022 के जुलाई माह से यहां सभी छात्र छात्राएं पठन पाठन कर सकेंगे।
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