संतोष कुमार/वैशाली (बिहार)। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मौके पर प्रशासनिक इंतजामों को लेकर वैशाली जिला (Vaishali district) मुख्यालय हाजीपुर में समीक्षा शुरू हो चुकी है।
इसे लेकर 29 अक्टूबर को अपर समाहर्ता जीतेंद्र प्रसाद साह की अध्यक्षता में समिक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें सबसे पहले सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से पिछले निर्देशों के तहत कार्य की अद्धतन जानकारी लिया गया। उसके बाद सभी को उनकी जिम्मेदारियां भी बतलाई गई।
समिक्षा बैठक में हाजीपुर अंचल के सीओ ने कहा कि सभी घाटों पर जहां परम्परागत पवित्र स्नान होता आया है। वहां कुल मिलाकर पचास गोताखोरों की तैनाती होगी। साथ ही अन्य साधन जैसे आपात स्थिति के लिए महाजाल, जेनरल पेट्रोलिंग के लिए नदी में नावों का इंतजाम तथा अतिक्रमण मुक्त करने आदि पर कार्य चल रहा है।
बैठक में डीएसओ अरुण कुमार सिंह (DSO Arun Kumar Singh), सदर एसडीओ अरुण कुमार, डीसीएलआर स्वप्निल, डीएसपी मुख्यालय और सदर एसडीपीओ राघव दयाल के अलावा अभियंताओं आदि की उपस्थिति में हुई बैठक में ही यह जानकारी सभी मौजूद पदाधिकारियों को दी गई कि अगली बैठक जिलाधिकारी उदिता सिंह की अध्यक्षता में होगी। जिसमें सभी निर्देशों के अनुकूल कितना कार्य हो सका। इसका फीड बैंक लिया जाएगा।
ज्ञात हो कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान हमेशा से देश की अद्भुत संस्कृतियों में से एक रहा है। यह धार्मिक कर्म विदेशियों को भी आकर्षित करता रहा है।
इसका एक उदाहरण देते हुए हरिहरनाथ क्षेत्र के स्थानीय रहिवासी ने बताया कि मेला क्षेत्र में जो पर्यटक ग्राम बनता है, जिस में दूसरे देशों से आने वाले टूरिस्ट्स के लिए सभी प्रकार के उम्दा किस्म के इंतजामात हुआ करता है। वहां एक टूरिस्ट जो इटली का रहने वाला था।
उसने अपनी भावनाएं साझा करते हुए बीते दो वर्ष पहले लगे सोनपुर मेले में कहा था कि उन्हें कार्तिक पूर्णिमा स्नान भारतीय धर्म का एक अद्भुत हिस्सा नजर आता है। उन्हे यह क्रियाकलाप बेहद आकर्षित करता रहा है।
वे मेला एक इस खास मकसद से आते रहे हैं और दूसरे उन्हे गजराज को मेले में देखना काफी पसंद भी है। विदेशियों की बातों में कार्तिक पूर्णिमा स्नान का इस तरह से आना उस अवसर के महत्व को प्रत्यक्षतः दर्शाता है।
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