एस.पी.सक्सेना/बोकारो। आशा दान कुष्ठ कॉलोनी, मनसा सिंह गेट में जिला कुष्ठ निवारण कार्यालय एवं एनएलआर फाउंडेशन (NLR Foundation) की ओर से 27 अक्टूबर को स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में प्रभावित कॉलोनी में रहने वाले कुष्ठ पीड़ित परिवार को मानसिक रोग से बचाव एवं उपचार के सम्बंध में सदर अस्पताल बोकारो (Sadar Hospital Bokaro) के मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशांत कुमार मिश्रा तथा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ कुसुम लता ने कार्यक्रम में विस्तार से बताया।
साथ ही कुष्ठ पर भी विस्तार से सभी को बताया कि कुष्ठ बहुत ही कम संक्रामक रोग है, जो बैक्टिरिया के कारण होता है। यह मुख्य रूप से चमड़ी एवं तंत्रिकाओं को प्रभावित करता है।
यह रोग धीरे-धीरे बढ़ता है और तीन वर्ष में लोगों को पूरी तरह से कुष्ठ रोग के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। यदि शुरुआत में ही रोग का पता चल जाए और उसका समय से उपचार शुरू कर दिया जाए तो रोगी को अपंगता से बचाया जा सकता है।
एनएलआर फाउंडेशन के सीबीआर कोऑर्डिनेटर काशीनाथ चटर्जी ने कुष्ठ रोग से होने वाले विकलांगता एवं उपचार के संबंध में बताया।
साथ हीं कहा कि त्वचा पर थोड़े लाल, हल्के स्पॉट धब्बे होना, हाथ या पैर की उंगली का सुन्न होना, त्वचा के बाल झड़ने जैसी समस्या पैदा होना, कोई नुकीली चीज चुभाने पर भी अहसास न होना, शरीर पर जगह-जगह चकत्ते पड़ना, पलकें सामान्य से कम झपकना आदि इसके लक्षण है।
जिला कुष्ठ परामर्शी मोहम्मद सज्जाद आलम द्वारा कुष्ठ रोग के संबंध में फैलाई गई भ्रांति एवं रोग के उपचार के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया।
उक्त अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चास के स्वास्थ्य पारा चिकित्सा कर्मी भुवनेश्वर महतो एवं राकेश कुमार, कॉलोनी के अध्यक्ष मधुसूदन तिवारी एवं छोटू सरदार इत्यादि ने कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरा सहयोग दिया। उक्त अवसर पर सभी महिला एवं पुरुष का स्वास्थ्य जांच किया गया एवं आवश्यकतानुसार दवा का वितरण किया गया।
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