एस.पी.सक्सेना/बोकारो। सीसीएल कथारा कोलियरी व क्षेत्रीय प्रबंधन की लापरवाहियों के कारण झिरकी बस्ती व आस पास के गांव के लोगो पर संकट के बादल मंडरा रहे है। हालांकि इसका आभास स्थानीय लोगों को हो गया है। इसके बाद भी लोग यहां रहने को मजबूर हैं।
गौरतलब है कि अंजाम की परवाह किये बिना कथारा प्रबंधन झरिया की राह पर चल पड़ा है। उक्त बातें कांग्रेसी नेता एवं राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ (ददई गुट) के सीसीएल रीजनल अध्यक्ष मो.इसराफिल उर्फ बबनी ने 13 सितंबर की संध्या जगत प्रहरी से विशेष भेंट में कही।
उन्होंने कहा कि कथारा प्रबंधन की लापरवाही के कारण झिरकी बस्ती से सटे कथारा कोलियरी तीन नंबर खदान आग से बुरी तरह प्रभावित है। यहां हर तरफ से आग की लपटे निकल रही है। इसका खामियाजा झिरकी बस्ती में रह रहे करीब15 से 20 हजार की आबादी के लोगो को भुगतना पड़ रहा है। मो.इसरफिल ने बताया कि वे इस मामले को लेकर कथारा क्षेत्रीय प्रबंधन सहित सीसीएल मुख्यालय रांची के वरीय अधिकारियों को कई बार अवगत करा चुके हैं।
इसके बावजूद प्रबंधन अपनी मनमानी से बाज नही आ रहा है। अब वे इस मामले में चुप नही रहेंगे। वे इस मामले को कोल इंडिया प्रबंधन सहित कोयला मंत्रालय तक ले जायेंगे। ताकि स्थानीय प्रबंधन लोगो के जीवन से खिलवाड़ न कर सके। उनकी बातें उनकी जुबानी सुने!
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