ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। तेनुघाट बांध विस्थापित संघर्ष मोर्चा ने 6 अक्टूबर को गोमियां के पूर्व विधायक योगेंद्र महतो को एक स्मार पत्र सौंपा।
विधायक (MLA) को सौंपे गए स्मार पत्र में बांध विस्थापित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष एवं सरकारी सहित सभी पदाधिकारी ने अपना आस्था व्यक्त करते हुए कहा कि हमारी मांगों को लगभग 60 वर्षों से अधिकार नहीं मिल पा रहा है।
हमारी मांगों को निरंकुश पदाधिकारी एवं सरकार (Government) के द्वारा अनसुनी कर दी गई है। इसलिए थक हार कर पूर्व विधायक महतो से सहयोग करने की अपील करते हुए 10 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि विस्थापितों की लड़ाई एक लंबे अरसे से चलती आ रही है, जिसमें हक और अधिकार की बातें तो सभी सरकार ने की है, परंतु अभी तक किसी ने पहल नहीं किया है। विस्थापितों का मांग पत्र में बताया गया कि तेनुघाट बांध में 3162 परिवारों की खेती योग्य भूमि अधिग्रहण किया गया था।
जिसका कुल रकबा 17434 था। जिसमें 2162 परिवार में मात्र 448 परिवारों को 5 पुनर्वास में बसाया गया। शेष 1714 परिवार कहां गए। किस हाल में हैं, इसका खोजबीन आज तक सिंचाई विभाग के अधिकारी और ना ही सरकार ने लिया।
कहा गया कि विस्थापितों को मांग में मूलभूत मांगे है शिक्षा, स्वास्थ, बिजली, पानी एवं रोजगार युक्त भूमि का आवंटन करना। जिन विस्थापितों को मुआवजा ना मिली है उनको मुआवजा मिले।
पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने विस्थापितों को आस्था पर विश्वास दिलाते हुए आश्वासन दिया कि उनकी हक की लड़ाई हम सड़क से लेकर सदन तक लड़ेंगे, परंतु हमारी लड़ाई में आप एवं आपके परिजनों का सहयोग और आस्था के साथ विश्वास हम पर रखें।
आपकी लड़ाई को हम उचित पटल पर रख कर आपको हक और मुआवजा दिलाने का प्रयास करेंगे। मौके पर बांध विस्थापित के अध्यक्ष उमा चरण रजवार, महेश गुप्ता, छतरधरी ठाकुर, रुस्तम अंसारी, मुरलीधर राम, राजन सिंह, पवन ठाकुर सहित सैकड़ों विस्थापित मौजूद थे।
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