मुआवजे का ऐलान नहीं होने से धारावीकरों में नाराजगी
हॉस्पिटल वेत्र् इस वार्ड से मरीजों में दहशत
मरीजों को रास नहीं आ रहा यह वार्ड
मुश्ताक खान/मुंबई। धारावी परिसर के शाहू नगर में रसोई गैस सिलिंडर (Ges Cylinder) ब्लास्ट मामले में ३ और लोगों की मौत हो गई। शनिवार से सोमवार तक लगातार एक के बाद एक मौत हो रही है।
मरने वालों में शौकत अली, फिरोज और गुफरान हैं। इस मौत के बाद अन्य मरीजों में दहशत व्याप्त है। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक सोमवार को सायन हॉस्पिटल डॉक्टरों ने एक और महिला मरीज को इमरजेंसी रूम में शिफ्ट कराया है।
बता दें कि २९ अगस्त २०२१ की दोपहर करीब १२़३० बजे हुए हादसे के बाद सभी मरीजों को सायन हॉस्पिटल की पहली मंजिल पर स्थित वार्ड नंबर १५ में रखा गया था।
इसके बाद सभी को ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट कराया गया। लेकिन इस वार्ड में आने के वेत्र् बाद लगातार बढ़ते मौत के आंकड़ों से मरीजों में दहशत का माहौल है। इस तरह करीब १० दिनों में मरने वालों कि संख्या ६ हो गई है।
गौरतलब है कि रसोई गैस सिलिंडर ब्लास्ट मामले में लगातार हो रही मौत से दूसरे सभी मरीजों में दहशत का माहौल है। यहां कुल लोगों का यह भी कहना है कि ग्राउंड फ्लोर का यह वार्ड लोगों को रास नहीं आ रहा है।
जिस के कारण एक के बाद एक लगातार मौत हो रही है। २९ अगस्त को हादसे के दिन इस हॉस्पिटल में कुल ७ लोगों को दाखिल कराया गया था। हॉस्पिटल के डॉवटरों के अनुसार उस समय कुल लोगों की हालत नाजुक थी।
लेकिन मौजूदा समय में एक महिला और दो बच्चों की हालत गंभिर होने की बात सामने आई है। जबकि पहले दिन से ही इस हादसे के शिकार लोगों की सेवा में लगे दर्जनों समाजसेवकों का कहना है कि राजेश कुमार महादेव पुजारी (४५) भी जिंदगी और मौत से जुझ रहे हैं।
इस हादसे में जले और झुलसे करीब ८ लोगों का इलाज अब भी सायन हॉस्पिटल में ही चल रहा है। इस हादसे के बाद मुंबई की महापौर किशोरी ताई पेडनेकर, सांसद राहुल शेवाले, स्थानीय विधायिका वर्षा गायकवाड, नगरसेवक हाजी बब्बु खान आदि गणमान्य सभी मरीजों से मिल कर गए थे।
इससे लोगों को आशा थी कि मृतकों या घायलों के लिए कुल मुआवजे का ऐलान किया जाएगा। लेकिन अब तक कोई ऐलान नहीं होने से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।
क्या हुआ था सिलिंडर ब्लास्ट के बाद
शाहू नगर पुलिस के अनुसार मो़० मेराज अकबर अली। सिद्दीकी गैस से भरा सिलिंडर लेकर अपने लोखंड की सीढ़ियों पर चढ़ रहा था। इस बीच, यहां संश्य वाली बात यह है कि उसने सिलिंडर छोड़ दिया या छुट गया।
बहरहाल सिलिंडर निचे गिरते ही धमाका हुआ और आग की लप्टों ने तंग गलियों को अपने आगोश में ले लिया। चशमदीदों के अनुसार जहां सिलिंडर गिरा था उस स्थान से करीब २० मीटर के दायरे में जो भी आया वह इस हादसे का शिकार हुआ।
इस हादसे में जिन लोगों वेत्र् घर के दरवाजे बंद थे, ऐसे कई दरवाजे जल चुुके हैं। इसे सहज ही देखा जा सकता है। फिलहाल इस मामले की जांच अनुभवी पुलिस निरिक्षक हनुमंत वैताल कर रहे हैं।
हादसे में मृतक या घायलों को कोई पैवेत्र्ज नहीं
शाहू नगर में हुए रसोई गैस सिलिंडर ब्लास्ट वेत्र् बाद महापौर किशोरी ताई पेडणेकर ने सायन हॉस्पिटल में इस हादसे में शिकार लोगों का इलाज व दवा आदि मुपत करा दिया। लेकिन अब तक किसी ने मृतक या झुलसे हुए लोगों वेत्र् लिए कोई घोषणा नहीं की। इससे धारावीकरों में नाराजगी देखी जा रही है।
वयोंकि धारावीकर इसे आपदा के रूप में देख रहे हैं। मामूली हादसों में सरकार के अलावा स्थानीय नेताओं की तरफ से विभिन्न प्रकार के पैकेज आदि का ऐलान होता है।
अब धारावीकरों का कहना है कि इस हादसे में ६ लोगों की मौत के बाद भी कोई घोषणा नहीं होना पक्षपात को दर्शाता है। इसवेत्र् बाद भी सरकारी सहयोग के संबंध में जिलाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन वे उपलब्ध नहीं हो सके।
नगरसेविका मुत्थू तेवर की भूमिका
मनपा के जीनार्थ के वार्ड क्रमांक १८७ स्थित जस्मिन मिल रोड़ पर सुन्नी रज़ा मस्जिद गल्ली, कमला नगर की शिवसेना नगरसेविका मरीयाम्मल मुत्थू तेवर से संपर्क करने पर उनके निजी सचिव गणेश मुत्थू ने बताया कि रसोई गैस सिलिंडर ब्लास्ट होने की जानकारी मिलते ही हम लोग घटना स्थल पर पहुंचे।
इस के बाद से यथा संभव हर तरह की सहायता पीड़ितों को दी जा रही है। उन्होंने बताया की महापौर के ऐलान के बाद भी हम लोग दवाइयों के अलावा मृतकों के अंतिम संस्कार का सारा खर्च उठा रहे हैं। इसके अलावा उसके क्षेत्र में बिजली बहाल कराने में जो अड़चनें आई व खर्च हुआ उसे तथा पीड़ितों के परिजनों की देख भाल हमारी तरफ से किया जा रहा है।
विधायिका वर्षों गायकवाड का प्रयास
मिली जानकारी के अनुसार शाहू नगर सिलिंडर ब्लास्ट मामले में स्थानीय विधायिका व शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने हाल ही में पुलिस व फायर ब्रिगेड विभाग से जांच की रिपोर्ट मंगाई है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि समाचार पत्रों वेत्र् अलग-अलग लेखों ने उनकी नींद उड़ा दी है। जिस के कारण उन्होंने अपने लोगों के जरीय अब आग लगने के कारणों सहित अन्य जानकारियां जुटा रहीं हैं।
ताकि मृतकों व गंभिर रूप से घायलों के लिए कुल किया जा सके। चूंकि अगजनी के मामले में फायर ब्रिगेड की रिपोर्ट अहम मानी जाती है।
उपरोक्त जानकारी के लिए मंत्री महोदया से संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी। उनके सरकारी बंगले से यह बताया गया की मंत्री महोदया से संपर्क नहीं हो सकती।
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