प्रहरी संवाददाता/ मुंबई। चैनई स्थित वन नेस यूनिवर्सिटी के प्रेरक विष्णु भगवान के दसवें अवतार कल्कि के रूप मे श्री भगवान और अम्मा भगवान के पावन प्रेरणा से मानव को आध्यात्मिक भाव से जोड़कर जीवन के वास्तविक मुल्यों को समझाते हैं। यहां आध्यात्मिक शिक्षा को समझने के लिए शहर के गणमान्यों का आगमन होता है। जो दीक्षित होकर औरों को जीने की आध्यात्मिक शक्तियों का ज्ञान देते हैं।
हाल ही में मुंबई के काला घोड़ा स्थित एम सी घीया हाल में आयोजित आध्यात्मिक शिक्षा में अम्मा भगवान से दीक्षित होकर अजय मेहता जीवन को सच्चे रुप से जीने का महत्व समझाते है। उनका कहना है कि कोई भी ज्ञान समझ के बिना अधूरी है। दीक्षित होकर अजय मेहता प्रति रविवार की सुबह अपने घर पर ही लोगों को शिक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
उनका कहना है कि हर मनुष्य को नकारात्मक सोच को समाप्त कर सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए। यूं तो दीक्षित करके केवल अपने कर्म को जागृत किया जाता है। जबकि अंर्तमन और बाहृमन से अपने जीवन को कैसे जीना चाहिए। इस मुद्दे पर उन्होंने उपस्थित गणमान्यों को बताया।
ताकि जीवन को सफल बनाने के लिए सभी प्राणियों को हर क्षण जागरूकता से रहना चाहिए। इसके लिए हमेशा सकारात्मक सोच के साथ सकारात्मक कार्य करनी चाहिए ताकि जीवन को सफल बनाया जा सके।
दीक्षित अजय मेहता द्वारा गणमान्यों को समझाने के सरल तरीके से प्रभावित होकर लोगों उनकी सराहना की व जमकर तालियां बजाई। उन्होंने बताया की जीवन में सदैव अच्छा करते हुए जीवन यापन करना चाहिए क्योंकि धर्म और कर्म से ही जीवन चलता है।
इस अवसर पर कौशिक शाह, सोनल मेहता, संजय अग्रवाल, जिगनेश शाह, भाउ साहेब सिंघल, केतन वीरा, समीर शाह, जिगर गाला, कृतिका वीरा, सोनाली दोशी, देवांग जावेरी, नीता छेड़ा, हेमंत शाह, विपुल शाह, नीलू अग्रवाल आदि गणमान्य उपस्थित थे।
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