प्रहरी संवाददाता/तेनुघाट (बोकारो)। दिवंगत उत्तम आनंद जो तेनुघाट (Tenu ghat) व्यवहार न्यायालय में लगभग 3 वर्ष जिला जज प्रथम के रूप में पदस्थापित थे। वे काफी मृदुभाषी एवं मिलनसार व्यक्ति थे।
अपने स्वभाव के कारण वे अधिवक्ताओ (Advocates) में काफी लोकप्रिय थे। न्याय प्रिय न्यायाधीश का दुखद अंत हुआ। उनके निधन से हम अधिवक्ता संघ के सदस्य काफी दुखी हैं। उनका कार्यकाल काफी व्यवहारिक था।
वह न्यायप्रिय न्यायाधीश थे। व्यक्तिगत रूप से बहुत ही सज्जन व्यक्ति थे। तेनुघाट अधिवक्ता संघ के सदस्य के द्वारा उनके निधन पर एक शोक सभा कर खुद को न्यायिक कार्यों से अलग रखा।
उक्त बातें अधिवक्ता संघ के महासचिव वकील प्रसाद महतो ने तेनुघाट अधिवक्ता संघ भवन में 29 जुलाई को शोक सभा के दौरान कही। वरीय अधिवक्ता सत्यनारायण डे ने दिवंगत एडीजे उत्तम आनंद की जीवनी पर संक्षिप्त टिप्पणी देते हुए बताया कि वे मूलतः हजारीबाग के रहने वाले थे। वे काफी मृदभाषी स्वभाव एवं मिलनसार व्यक्ति थे। बार और बेंच को हमेशा मिलाकर चलाने में अपना अहम भूमिका निभाते थे।
बैठक की अध्यक्षता संघ के उपाध्यक्ष महादेव राम ने की। शोक सभा में उपस्थित सभी अधिवक्ता गण ने दिवंगत उत्तम आनंद के आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की और 2 मिनट का मौन रखा।
शोक सभा में प्रबोध कुमार महथा, कामेश्वर मिश्रा, वीरेंद्र कुमार सिन्हा, अरुण कुमार सिन्हा, सुरेश तिवारी, वीरेंद्र प्रसाद, अनिल कुमार प्रजापति, रंजीत सिंह, डीएन तिवारी, संतोष ठाकुर, चेतनानंद प्रसाद, रोहित कुमार, राकेश कुमार, विनोद प्रसाद गुप्ता, अशोक कुमार पाठक, शारदा देवी, कल्याणी, शंकर ठाकुर, रितेश कुमार जयसवाल, शशि भूषण श्रीवास्तव, प्रताप कुमार, मुनमुन कुमारी, पुष्पा हंस, कनक कुमार सिन्हा, मनबोध कुमार डे सहित संघ के अधिवक्ता गण मौजूद थे।
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