भीड़ देख भागी भीड़ दूसरा “आधारपुर कांड” होने से बचा

एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। घटना बीते 15 जुलाई की है। घटना उसी समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर प्रखंड के आधारपुर गांव जहां बीते माह 21 जून को श्रवण राय की हत्या के बाद महिला सनोबर खातून और मो. अनवर की लींचिंग करके हत्या कर दी गई थी।

उक्त स्थल से महज दो किलोमीटर दूर ताजपुर बाज़ार के कोल्ड स्टोरेज चौक की है। बकौल प्राथमिकी यहाँ हरिशंकरपुर बधौनी पंचायत के सिरसिया निवासी मो. इलियास ने बीते 14 जुलाई को “अल-तलहा फैशन” के नाम से रेडिमेड कपड़े की दुकान खोला था। यह दुकान स्थानीय दुर्गा मंदिर से सटा दक्षिण में खोला गया।

जानकारी के अनुसार बीते 15 जुलाई को करीब 1:40 बजे दोपहर बजरंग दल, एबीवीपी जैसे संगठन के 20-25 लोग सोची-समझी साजिश के तहत दुकान पर पहुंचे और कपड़े दिखाने को कहा। दुकानदार मो. एहसान ने कपड़ा दिखलाना शुरू किया। फिर ग्राहक बने व्यक्ति ने कहा..”तुमको यहां पर दुकान कैसे मिल गई।

दुर्गा मंदिर में सटा दुकान वो भी अल-तलहा नाम कैसे रख लिया। आधारपुर हत्याकांड भूल गया क्या रे?” इसके बाद दुकानदार जबतक कुछ समझ पाता लोगों ने दुकान में तोड़फोड़ करने समेत दुकानदार मो. एहसान और उसके चाचा मो. इलियास को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया।

बताया जाता है कि पिटाई से दोनों चाचा- भतीजे की सिर भी फट गई। वे गंभीर रूप से घायल होकर छोड़ दो, बचाओ चिल्लाते रहे। हल्ला सुनकर स्थानीय दुकानदार एवं राहगीर की भीड़ लग गई। भीड़ देखकर उक्त लोगों ने मुंह पर गमछा लपेट घायल दुकानदारों को छोड़ जय श्रीराम के नारे लगाते हुए बाइक पर बजरंग दल, एबीवीपी जिंदाबाद के नारे लगाते भाग निकले। जाते-जाते कहते गए कि आधारपुर कांड याद रखना।

घटना के बाद स्थानीय रहिवासियों ने घायल दुकानदारों को रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने दोनों का बयान लेकर ताजपुर थाने में कांड क्रमांक-272/21 भादवि की धारा 341, 323, 307, 379, 427, 506 के तहत मामला दर्ज किया है। मगर 17 जुलाई तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।

पीड़ित के मुताबिक सारे गुंडे तत्व मानपुरा पंचायत के अबाबक्करपुर गांव से थे। पीड़ित ने बताया कि एफआईआर के मुख्य आरोपी संजय सिंह के पुत्र विशाल सिंह(23 वर्ष) जो एबीवीपी का नेता है।

वह स्थानीय ताजपुर कॉलेज, राजधानी चौक मारपीट कांड समेत अन्य कई कांडो में शामिल रहा है। इस संबंध में भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि जिस तरह से आधारपुर मॉब लिंचिंग मामले में समस्तीपुर पुलिस कछुआ चाल चल रही है, न्याय मिलने की उससे उम्मीद कम ही की जा सकती हैं।

उन्होंने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तमाम आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। कॉ सुरेन्द्र ने बताया कि सोची- समझी साजिश के तहत कुछ खास संगठन यूपी चुनाव से पहले समस्तीपुर को हिंदुत्व की एक प्रयोगशाला बनाने की फ़िराक़ में है। उन्होंने कहा कि ताजपुर बाजार 50 सालों से भाईचारगी की मिसाल रहा है।

यहाँ दोनों समुदाय हमेशा साथ रहे हैं। ताजपुर की धर्मनिरपेक्ष एवं लोकतांत्रिक जनता एकता के इस धागे को किसी गुण्डावादी संगठनों के द्वारा तोड़ने के प्रयास को बिफल कर देगी।

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