एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला (Samastipur district) मुख्यालय के हद में जितवारपुर निजामत पंचायत में आम जनता एवं भाकपा माले का आक्रोश 21 जून को डीआरएम एवं नगर निगम समस्तीपुर के खिलाफ उठा। सभी लोगों का कहना था कि आज से पहले अंग्रेज हुकूमत के समय से मालगोदाम रोड एवं जिवारपुर सोनेलाल ढाला के पास बने पुलिया को जाम कर दिया गया है।
जिससे जितवारपुर मसलनचक एवं समस्तीपुर शहर सहित जितवारपुर हसनपुर गांव में जल जमाव हो जाता है। साथ हीं जितवारपुर रेलवे कॉलोनी, लोकों ब्रेक डाउन कॉलोनी, डीएस कॉलोनी एवं आरपीएफ कॉलोनी में जल जमाव होने से महामारी एवं संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है।
मुख्यालय से जितवारपुर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क जिससे मालगोदाम रोड पर भी जलजमाव के कारण पैदल चलने वालों को खतरे को आमंत्रण देने से कम नहीं है। ये तो गनीमत समझिए कि कोविड 19 लॉक डाउन के कारण कॉलेज एवं कोचिंग संस्थान बंद है, अन्यथा इस क्षेत्र के छात्र छात्राएं कई संक्रामक रोगों/दुर्घटना से रोज़ ही रूबरू हो रहे होते।
नौकरी पेशा लोगों, सरकारी या गैर सरकारी लोगों की तो दशा पुछिए ही मत। इन समस्याओं से जूझ रहे लोगों ने 21 जून को भाकपा माले पंचायत कमिटी के बैनर तले डीआरएम एवं नगर निगम समस्तीपुर का पुतला लेकर सोनेलाल ढाला से छोटे लाल चौक तक आक्रोश मार्च निकालकर नारा लगाते हुए डीआरएम शर्म करो, जल निकासी की व्यवस्था करो का नारा लगाते हुए अंत में पुतला दहन किया गया।
इस अवसर पर भाकपा माले पंचायत कमिटी सचिव राजकुमार चौधरी, अशोक कुमार, ललन कुमार, नंदकिशोर राय, मिथलेश कुमार राय, कृष्णदेव उर्फ भगवान, भरत कुमार, परमेश्वर, राजेश कुमार, बिनोद कुमार वगैरह सैकड़ों लोग उपस्थित थे। सभी लोगों ने कहा कि अगर रेल/जिला/नगर निगम प्रशासन चिर निद्रा से जागृत नहीं हुई तो चरणबद्घ आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जवाबदेही प्रशासन की होगी। उक्त जानकारी समस्तीपुर प्रखंड सचिव अशोक कुमार ने दी।
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