संतोष कुमार/वैशाली (बिहार)। वैशाली जिला (Vaishali district) मुख्यालय हाजीपुर के हद में कृषि विज्ञान केंद्र हरिहरपुर द्वारा 15 जून को वर्चुअल माध्यम से राज्यस्तरीय इ-किसान सम्मेलन का आयोजन जलवायु अनुकूल कृषि प्रणालियां: स्थायी कृषि का बेहतर विकल्प विषय पर आयोजित किया गया। अध्यक्षता डॉ राजेन्द्र प्रसाद (Doctor Rajendra Prasad) केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा, समस्तीपुर के कुलपति डॉ रमेश चंद्र श्रीवास्तव के द्वारा किया गया।
उन्होंने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी कृषकों को कचड़ा प्रबंधन एवं पराली नही जलाने हेतु जागरूक किया। साथ ही सभी कृषि वैज्ञानिको को इस क्षेत्र में कार्य करने हेतु प्रेरित किया। कृषि विश्वविद्यालय पूसा के प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ एम एस कुंडू ने कृषकों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आभार प्रकट किया। डॉ राजकुमार जाट, वैज्ञानिक एवं प्रभारी बीसा पूसा ने सीधी फसलों की बुबाई एवं कृषि यंत्रीकरण की उपयोगिता पर प्रकाश डाला । इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ अनिल झा नोडल पदाधिकारी, जलवायु अनुकूल कृषि (कृषि विभाग बिहार सरकार) ने राज्य सरकार के द्वारा कार्यान्वित योजनाओं के बारे में कृषकों को अवगत कराया। डॉ.पारसनाथ (प्राचार्य भोला पासवान शास्त्री क़ृषि विश्वविद्यालय पूर्णिया) ने धान में समेकित कीट प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा किया एवं कीट नियंत्रण के बारे में कृषकों को तकनीकी जानकारी प्रदान किया। डॉ. रत्नेश कुमार झा ( मुख्य कृषि वैज्ञानिक पूसा) ने जलवायु अनुकूल कृषि के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के द्वारा किये जा रहे अनुसंधान एवं तकनीकी के बारे में जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि डॉ. एस. एस. सिंह (निर्देशक प्रसार शिक्षा, रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झाँसी) ने वर्षा जल संरक्षण के विभिन्न विधियों पर प्रकाश डाला। अपूर्व ओझा सीईओ (आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम भारत) ने सोलर एनर्जी का कृषि कार्यो में उलेखनीय योगदान एवं उनका कृषि में भविष्य पर संवाद स्थापित किया। कार्यक्रम संजोयक डॉ. पुष्पा सिंह (उप निदेशक प्रसार केंदीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा) ने सभी प्रतिभागियों को इस प्रकार के कार्यक्रम में सहभगिता हेतु आग्रह किया।
इस अवसर पर वर्चुअल बैठक में उपस्थित सभी वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सुनीता कुशवाहा (वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान) कृषि विज्ञान केंद्र वैशाली के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में संस्था के सभी वैज्ञानिक वर्षा कुमारी, प्रेम प्रकाश गौतम, कर्मचारी ऋचा श्रीवास्तव, संजीव कुमार, रवि कुमार, सविता कुमारी, प्रीति पल्लवी, सोनू, नवनीत, रणधीर, रमाकांत, दीपक, निरंजन, अनुज ने इस कार्यक्रम को सम्पन्न करने में तकनीकी एवं प्रबंधन में योगदान दिया। कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि राज्यों के 656 कृषि वैज्ञानिक, अधिकारी, कर्मचारी, कृषि छात्र एवं कृषकों ने भाग लिया।
330 total views, 2 views today