ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बीते 2 जून को बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में कथारा के श्रमिक नेता राजू रविदास के बहन की हत्या मामले में 11 जून को हत्या के आरोपियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। बताते चलें कि आरोपियों पर हत्या और हरिजन एट्रोसिटी एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस द्वारा लगातार छापामारी और आरोपियों के परिवार पर दबाव बनाने के कारण तीन आरोपियों ने बोकारो न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। जबकि एक आरोपी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय तेनुघाट में आत्मसमर्पण किया। इस मामले में बेरमो के एसडीपीओ सतीश चंद्र झा ने बताया कि कथारा ओपी थाना क्षेत्र के कथारा दो नंबर निवासी श्रमिक नेता राजू रविदास की बहन की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस द्वारा लगातार छापामारी अभियान चलाया जा रहा था। पुलिस की लगातार दबिश के कारण तीन अभियुक्तों ने 11 जून को बोकारो न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में नीतीश कुमार यादव उर्फ रुद्र प्रताप यादव, रोहित यादव और अर्जुन यादव उर्फ बिल्टा शामिल है। जबकि सुनील कुमार यादव ने एसडीपीओ कार्यालय तेनुघाट में आत्मसमर्पण किया है।
मामले में बेरमो एसडीपीओ झा ने पत्रकारों को बताया कि कथारा ओपी थाना क्षेत्र में श्रमिक नेता राजू रविदास के बहन की हत्या के मामले में आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस का छापामारी अभियान चलाया जा रहा था। पुलिस घटना के दिन से ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही थी। पुलिस अब आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी, ताकि इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों का पता लगाया जा सके। बता दें कि पीड़ित परिवार द्वारा इस हत्या के मामले में पांच नामजद आरोपियों सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। एक आरोपी गजेंद्र यादव को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था। बताते चलें कि 2 जून को कथारा दो नंबर कॉलोनी में क्रिकेट खेलने के दौरान आरोपी युवकों के साथ आपसी कहा सुनी हो गई थी। इसके बाद वहां उपस्थित कुछ लोगों ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत करा दिया था। लेकिन नीतीश यादव उर्फ रुद्रा अपने घर जाकर 10-15 अन्य लोगों को लेकर श्रमिक नेता रविदास के सीसीएल आवास पर जाकर हमला कर दिया था। साथ हीं परिजनों की लाठी-डंडे से पिटाई कर दी थी। जिसमें रविदास की 60 वर्षीया बहन बिंदु देवी गंभीर रूप से घायल हो गई थी। घायलों का इलाज सीसीएल के कथारा क्षेत्रीय अस्पताल में करवाया गया था। इस दौरान श्रमिक नेता की बहन बिंदु देवी की स्थिति नाजुक होने के कारण बोकारो रेफर कर दिया गया था। बोकारो ले जाने के क्रम में रास्ते में घायल महिला ही मृत्यु हो गई थी। इस मामले को लेकर बोकारो के पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार झा के निर्देश पर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक टीम का गठन किया गया था। जिसमें पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी बोकारो थर्मल रविंद्र कुमार सिंह, थाना प्रभारी गोमियां आशीष खाखा, कथारा ओपी प्रभारी बाबुआनंद भगत सहित पुलिस बल शामिल थे।
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