रैयत जमीन पर अवैध उत्खनन कर कॉलोनी निर्माण का प्रबंधक पर लगा रहे आरोप
प्रहरी संवाददाता/धनबाद (झारखंड)। धनबाद जिला (Dhanbad district) के हद में बीसीसीएल एरिया (BCCL Area) वन अंतगर्त मुराईडीह स्थित माइनोप आउटसोर्सिंग में आदिवादी रैयत ने एक जून को आउटसोर्सिंग कार्यालय का तालाबंदी कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी रैयत जमीन पर अवैध उत्खनन कर कॉलोनी निर्माण का प्रबंधक पर आरोप लगा रहे थे।
जानकारी के अनुसार आदिवासी महिला मानो देवी, मनसा टुडू के समर्थन में दर्जनों आदिवादी महिला पुरूष पारम्परिक हथियार तीर धनुष, भाला, लाठी के साथ पहुंच कर प्रदर्शन कर कम्पनी के मुख्य गेट में ताला बन्दी कर धरना पर बैठ गए। आरोप है कि कम्पनी कर्मियों को भी रैयत द्वारा मारपीट किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बीसीसीएल, आउटसोर्सिंग प्रबंधन, प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपना विरोध जताया।वही आदिवादी रैयत अपनी मांग को लेकर आर पार की फैसले पर अडिग दिखे। प्रदर्शनकारियों के कड़े तेवर देख मौके से बीसीसीएल आउटसोर्सिंग प्रबंधन के अधिकारी नौ-दो ग्यारह हो गये। आदिवादी रैयत के समर्थक तीर धनुष के साथ कम्पनी को घेर निशाना ताने रहे। सूचना पर बाघमारा डीएसपी निशा मुर्मू, बरोरा थाना प्रभारी बन्धन तिर्की, बाघमारा थाना प्रभारी सूबेदार यादव, पुलिस अवर निरीक्षक उपेंद्र यादव, शरत कुमार, नीरज कुमार सहित अतरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंच कर रैयत आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किये। लेकिन प्रदर्शनकारी धरना स्थल से हटने से इनकार कर दिया। इस दौरान पुलिस के साथ रैयतों का तीखी नोकझोख हुआ। आंदोलनकारियों को अपना पारंपरिक हथियार अलग करने को पुलिस द्वारा कहा गया, लेकिन अपने पारम्परिक हथियार को हटाने को रैयत तैयार नहीं दिखे।
प्रदर्शनकारी रैयतों का कहना है कि झारखंड में आदिवादी मुख्यमंत्री है लेकिन गरीब आदिवादी का जमीन जबरन बीसीसीएल, आउटसोर्सिंग कम्पनी हथिया ली है। जमीन पर उत्खनन, कॉलोनी निर्माण कराया जा रहा है। आंदोलन करने पर जेल भिजवा दिया जाता हैं। प्रदर्शनकारियों के अनुसार वे अपनी मांगो को लेकर वर्ष 2015 से लगातार आंदोलन कर रहे है। बावजूद इसके बीसीसीएल प्रबंधन न तो मुआवजा और न हीं उन्हें नौकरी दे रही है। प्रदर्शनकारियों के अनुसार प्रबंधन उनकी मांगों को मान ले नहीं तो उनकी जमीन को खाली करे।
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