एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग पर दिल्ली में बीते छः महीने से आंदोलनरत किसानों की मांग को अनसुना करने वाली मोदी सरकार के खिलाफ भाकपा माले (Bhakpa Male) के कार्यकर्ताओं ने 26 मई को काले कपड़े पहनकर एवं सिर पर बांधकर शहर के विवेक विहार मुहल्ला में काला दिवस मनाया। आयोजन समस्तीपुर नगर कमिटी (Samastipur Nagar committee) द्वारा किया गया।
मौके पर विरोध प्रकट करते हुए भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह, बंदना सिंह, सुनील कुमार ने कहा कि संपूर्ण देश कोरोना की चपेट में है। प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की असमय मौत हो रही है। कोरोना की डर से लोग अपने- अपने घरों में बंद हैं।पहले से ही परेशान किसान समुदाय अब किसी भी प्रकार की सरकारी हमला बर्दाश्त नहीं करना चाहती है। ऐसी स्थिति में कोरोना के द्वितीय वेभ से पहले दिल्ली की सीमा पर जारी किसान आंदोलन की मांग को मानकर सरकार को आंदोलन समाप्त कराना चाहिए।
काला दिवस के माध्यम से माले नेताओं ने सरकार को लानत भेजते हुए कहा कि सरकार तानाशाही बंद करे और किसानों से वार्ता कर तीनों कृषि कानून समेत बिजली विधेयक 2020 रद्द करे। साथ हीं फसल खरीद में एमएसपी की गारंटी करने, 12 घंटे का कार्यदिवस रद्द करने आदि की मांग मानकर आंदोलन समाप्त कराए।
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