ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। केंद्र सरकार (Central government) के द्वारा बनाए गए तीनों प्रमुख कृषि कानून को वापस लेने की मांग को लेकर 26 मई को ललपनियाँ, महुआटांड़, कर्रीखुर्द आदि में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा काला दिवस मनाया गया। बताते चलें कि वर्ष 2020 में केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर तथा श्रमिकों को बंधुआ बनाने वाली श्रम कानूनों में किए गए संशोधनों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी काला दिवस के मौके पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व मे काला दिवस का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमो को संबोधित करते हुए झारखंड आंदोलनकारी एवं ठीकेदारी मजदूर यूनियन के महासचिव इफ्तेखार महमूद ने पिछले 6 महीने से चल रहे किसान आंदोलन को तिनों कृषि कानून को वापस लेने तक जारी रखने का ऐलान किया।
ललपनियाँ में आयोजित धरना में समीर कुमार हालदार, गेंदों केवट, मुकुंद साव, बीरबल हांसदा, देवानंद प्रजापति, सुरेश प्रजापति, मंजूर अंसारी, साड़म में आयोजित कार्यक्रम में अनवर रफी, दिलगर केवट, मंजूर अंसारी, सिकंदर अंसारी,वासुदेव केवट, पुष्पा देवी, रीना देवी, रेखा देवी, लक्ष्मी देवी आदि मौजूद थे।
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