मनरेगा में काम की जांच को लेकर 24 मई को धरना-प्रभात
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। कोरोना महामारी से बचने को लेकर सरकार (Government) लोगों से घर में रहने- सुरक्षित रहने की अपील कर रही है। वहीं दूसरी ओर इस अपील का लाभ मनरेगा पीओ, जेई, पीटीए, पीआरएस एवं मनरेगा ठेकेदार- माफिया जम कर उठा रहे हैं। बिना काम कराये मिलीभगत से हर एक पंचायत में लाखों रूपये का फर्जी निकासी कर ली गई है। मनरेगा से सोख्ता, नाला, सड़क, पुलिया, पशु शेड, बकरी शेड, मिट्टी भराई आदि के नाम पर जोर- शोर से निकासी अब भी जारी है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर एक मनरेगा कर्मी ने बताया कि जिला में ऐसा कोई पंचायत नहीं है जहाँ लाखों का फर्जी निकासी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि एक ओर कोरोना लाकडाउन है, किसी को न काम का पता चलेगा और न निकासी का। अगर पता चल भी जाएगा तो कोरोना काल में आंदोलन या कोई हो- हंगामा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि 15 जून से मनरेगा में “वर्क स्टाप होगा” फिर वर्षा सब लूट- खसोट जमींदोज कर देगा।
समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर प्रखंड घोषित नगर परिषद के एक पंचायत के मुखिया ने कानों-कान एक ग्रामीण लोकोक्ति “भगला भूत के लंगोट भला” के माध्यम से बताया कि ” जे कमा लेम से कमा लेम, अब त ई पंचायत पड़ गेलई नगर परिषद में, पकराईयो जबई त कोई बात न हई, न जांच होतई आउर न कार्रवाई।
इस आशय की जानकारी देते हुए भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सह जिला कमिटी सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि नीतीश सरकार में हरेक विकास योजना में बड़े पैमाने पर लूट जारी है। लूटे गये राशि में उपर से नीचे तक लेन- देन का खेल खेला जा रहा है। चोरी पकड़ाने पर भी अधिकारी सांठगांठ कर चोर को बचाने की कोशिश में लग जाते हैं। फिर भी आंदोलन के माध्यम से लूट का पर्दाफाश कर सरकारी राशि का दुरूपयोग बचाने, विकास का कार्य तेज कराने को लेकर भाकपा माले जनता को जागरूक करता रहेगा। सिंह ने कहा कि घर में रहें-सुरक्षित रहें की आड़ में सरकारी स्तर पर मनरेगा में करोड़ों का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
खेग्रामस के प्रखंड अध्यक्ष प्रभात रंजन गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन से किसानों के साथ दैनिक मजदूरों की भी स्थिति लगातार खराब हो रही है। काम व रोजगार के अभाव के कारण एक बड़ी आबादी भूखमरी के कगार पर आ खड़ी हुई है। खेग्रामस सरकार से मांग करती है कि मनरेगा में काम का सृजन किया जाए और 50 कार्य दिवस के बराबर मजदूरी दी जाए। उन्होंने कहा कि पंचायत में लाखों रूपये की निकासी हुई है लेकिन काम कहीं नजर नहीं आ रहा है। इसके पीछे संभवतः बड़ा भ्रष्टाचार छुपा हुआ है। मनरेगा में किये गये काम की जांच व फर्जीकर्ता पर कार्रवाई, काम की मांग पर लॉकडाउन का पालन करते हुए आगामी 24 मई को घरेलू धरना देकर पंचायत रोजगार सेवक को काम की मांग करते हुए मनरेगा मजदूर आवेदन देंगे।
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