संतोष कुमार/वैशाली(बिहार)। कोरोना संकट से सभी जूझ रहे हैं। अपने अपने स्तर से रोकथाम और बचाव के उपाय तो किए ही जा रहे, लेकिन इंसानियत की तस्वीरें भी राजनीतिक गलियारे से धारा प्रवाह की तरह निकलती हुई दिख रही है। महागठबंधन की नेता सह वैशाली जिले के राजापाकड़ विधानसभा क्षेत्र से इस बार निर्वाचित हुई विधायक डॉ प्रतिमा दास (MLA Doctor Pratima Das) ने भी 29 अप्रैल को इंसानियत की एक तस्वीर पेश की। उन्होंने पचास लाख रुपए देने का ऐलान किया। जिससे जनहित में निवेश किया जा सके।
मालूम हो कि इससे पहले महुआ विधायक डॉ मुकेश रौशन ने अपने जनप्रतिनिधि होने का फ़र्ज़ निभाते हुए पचास लाख दिया। दोनों नेताओं का मकसद कोरोना क्राइसिस को झेल रहे लोगों की संसाधनों में मदद करना बताया गया है। हालात बिगड़ते देख महागठबंधन के नेताओं ने यह निर्णय जनता की परेशानियों को देखते हुए लिया हो, हालांकि इस संकट काल में इन नेताओं द्वारा दी जा रही धन राशि बेहतर भूमिका अदा कर सकती है। जैसा कि क्षेत्र के इनके समर्थकों का मानना है। जबकि कुछ लोग इस कदम पर सियासत के खिलाफ प्रतिक्रिया देते हुए कहते हैं कि हालांकि यह कदम भी सियासी चाहत का ही परिणाम है। यह महज उनका अनुमान भी हो सकता है। वहीं कुछ अन्य लोगों से जब यह पूछा गया कि संकट में विधायकों की तरफ से मिल रही आर्थिक मदद को वे किस रूप में देखते हैं तो उनका जवाब था कि भारत की यह सांस्कृतिक विरासत सदियों पुरानी है। जो हमारी आत्मा में प्रवेश बना चुकी हैं कि हम संकटकाल में इंसानियत की प्रतिछाया बन जाते है। विधायकों द्वारा की जा रही जनहित में मदद को इसी रूप में फीलवक्त देखा जाना उचित होगा। इसके लिए कई लोगों ने नेताओं की सराहना भी की।
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