जन्म एवं मृत्यु का आवश्यक कराएं निबंधन-उप विकास आयुक्त
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। जन्म एवं मृत्यु का निबंधन कराना सबों के लिए अनिवार्य है। बावजूद इसके लोग निबंधन कराने में रुचि नहीं लेते हैं। इसी को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन ने जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। बोकारो जिला (Bokaro district) समाहरणालय परिसर से 25 मार्च को जन्म – मृत्यु निबंधन से संबंधित जागरूकता रथ को उप विकास आयुक्त जय किशोर प्रसाद (Jay Kishor Prasad), जिला योजना पदाधिकारी देवेश गौतम, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी फ्रांसिस कुजूर व अन्य अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त जय किशोर प्रसाद ने कहा कि जागरूकता रथ का उद्देश्य जन्म-मृत्यु के निबंधन को अनिवार्य रुप से दर्ज करवाना है। इसके लिए संबंधित लोगों को जागरूक करना है। बताया कि पंचायत सचिव द्वारा जन्म- मृत्यु के 21 दिनों के भीतर जन्म – मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते है व शहरी क्षेत्र में कार्यपालक पदाधिकारी से 21 दिनों में प्राप्त कर सकते है। 21 दिनों के बाद विलंब शुल्क मात्र एक रुपया देकर जन्म – मृत्यु पंजीकरण प्रमाण पत्र हासिल किया जा सकता है। जन्म – मृत्यु का निबंधन कराना अनिवार्य है। उन्होंने आम लोगों से जन्म एवं मृत्यु का निबंधन आवश्यक कराने की अपील की।
जिला सांख्यिकी पदाधिकारी फ्रांसिस कुजूर ने बताया कि जन्म-मृत्यु का पंजीकरण ऑनलाइन भी किया जा सकता है। लोग crsorg.gov.in पर जाकर निबंधन करवा सकते हैं। कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग नजदीकी पंचायत में जाकर पंचायत सचिव से निबंधन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं एवं शहरी क्षेत्र में नगर परिषद/निगम में जाकर जन्म – मृत्यु निबंधन प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। कहा कि अगले तीन दिनों (28 मार्च) तक जागरूकता रथ जिले के विभिन्न प्रखंडों में जाकर लोगों को जागरूक करेगी। मौके पर सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी राजीव कुमार द्वारा बताया गया कि जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण सामाजिक एवं आर्थिक विकास के लिए अनिवार्य है। जन्म-मृत्यु पंजीकरण से प्राप्त सूचनाएं हमारे योजनाओं के नीति निर्धारण में सहायक होती है। इसलिए जन्म एवं मृत्यु का पंजीकरण से कई प्रकार के लाभ मिलते है। इस अवसर पर जिला योजना पदाधिकारी सह उपायुक्त के विशेष कार्य पदाधिकारी देवेश गौतम, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी राहुल कुमार भारती, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, कनीय क्षेत्रीय अन्वेषक जितेंद्र प्रसाद सिन्हा आदि उपस्थित थे।
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