अदालत, दलित व् महिला आयोग स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करे-बंदना सिंह
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली भड़काऊ- फुहर भोजपुरी गीत “मियां टोली वाली माल सुपरहिट लागे रे” एवं “रहे झकास मियां टोली के माल रे” समेत अन्य गंदे गीत पर रोक लगाकर गायक अजीत बिहारी (Singar Ajeet Bihari) आईआर दर्ज करने की मांग को लेकर 2 मार्च को भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने समस्तीपुर जिला ( के हद में ताजपुर प्रखंड के मोतीपुर वार्ड-10 से प्रतिरोध मार्च निकाला। मौके पर महिला नेत्री ने अदालत, महिला एवं दलित आयोग से स्वत: संज्ञान लेकर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की।
इस अवसर पर कार्यकर्ता मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडा बैनर हाथों में लिए मुख्य मार्ग से जुलूस की शक्ल में चक मोतीपुर के पैक्स चौक पहुंचकर गगनभेदी नारेबाजी के बाद जुलूस सभा में तब्दील हो गया। मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता अशोक राय, ललन दास, भाकपा माले के ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, राजदेव प्रसाद सिंह, शंकर सिंह, रामबाबू सिंह, बासुदेव राय, बिन्देश्वर दास आदि ने सभा को संबोधित किया।
अपने अध्यक्षीय भाषण में भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि ऐसे गाने सोची- समझी साज़िश के तहत गाये गये है। इससे सामाजिक सौहार्द, भाईचारा बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। यह दलित, अक्लियत, महिलाओं के साथ संपूर्ण समाज को अपमानित करने वाला है। राज्य की नीतीश एवं केंद्र की मोदी सरकार समेत जिला प्रशासन इस पर तुरंत एक्शन ले। सिंह ने कहा कि सरकार उक्त गाना को प्रतिबंधित कर गायक अजीत बिहारी एवं उनकी टीम- कंपनी पर एफआईआर दर्ज करें अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा।
चर्चित महिला आंदोलनकारी सह ऐपवा समस्तीपुर जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि यह गाना अश्लील के साथ- साथ दलित- अक्लियत- महिला को अपमानित करने वाला है। इसमें सिर्फ मुस्लिम समाज नहीं बल्कि चमार, नुनिया आदि को मजाक बनाया गया है। ये गाने हमारी सभ्यता- संस्कृति पर कुठाराघात है। सभ्य समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। अदालत, महिला, दलित आयोग को मामले में स्वत: संज्ञान लेकर उचित कानूनी कार्रवाई करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐपवा इस आंदोलन को तेज करेगी।
इस अवसर पर आइसा- इनौस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीते दिनों विधानसभा घेराव के दौरान बर्बर लाठीचार्ज के खिलाफ 3 मार्च को 12.30 बजे से राज्यव्यापी आंदोलन के तहत आइसा-इनौस के बैनर तले माले जिला कार्यालय, मालगोदाम चौक से प्रतिरोध मार्च निकालने की बात कही गई। दूसरे कार्यक्रम के बतौर दलित- अक्लियत के खिलाफ भड़काऊ भोजपुरी गाने के खिलाफ भी इंसाफ मंच एवं जन संस्कृति मंच की ओर से भी अलग से विरोध मार्च निकालने का निर्णय लिया गया।
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