संतोष कुमार/वैशाली(बिहार)। वैशाली जिले (Vaishali district) में विकास का हाल भी बड़ा अनोखा है। यहां वर्षों पुराने स्वास्थ्य उपकेंद्र को क्षेत्र के रहिवासियों ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बदलकर सुविधाओं के अभाव को दूर करने की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार पूर्व केंद्रीय मंत्री और जनता के दिलों में स्थान रखने वाले अब दिवंगत हो चुके राम विलास पासवान (Ramvilas Pasvan) और तत्कालीन विधायक से मांग रहिवासियों ने मीडिया के जरिए कई बार मांग कर चुके हैं। सकारात्मक पहल भी हुआ और एक नए भवन का निर्माण और उद्घाटन भी किया गया। बावजूद इसके वह नहीं हो सका जो सदर प्रखंड की पंचायत दयालपुर और पास के अन्य नजदीकी ग्राम वासियों का वर्षों पुराना सपना था। हालांकि तत्कालीन जनप्रतिनिधियों ने ऐसा नहीं कि इस मांग के पक्ष में प्रयास नहीं किया। इसके बाद भी परिणाम अब तक ढाक के तीन पात ही रहा।
मालूम हो कि दयालपुर स्वास्थ्य उपकेंद्र को बिघाभर भूमि उपलब्ध होने और क्षेत्र के कई किलोमीटर के दायरे में व्यवस्थित स्वास्थ्य सुविधा का अभाव ही मांग का आधार बताया जाता रहा है। ग्रामीणों में लगभग सभी जातियों के गरीब और कमजोर वर्ग से आने वालों का यह सपना आज भी अधूरा है। खास बात यह कि वहां अब केंद्र तो संचालित है लेकिन एपी एच सी की मांग अब तक अधर में ही लटका हुआ है। अब तो उक्त उप स्वास्थ्य केंद्र पशु चारागाह में तब्दील होकर रह गया है। लोजपा नेता यादुनी पासवान, समाजसेवी रामनरेश सिंह, सेवानिवृत शिक्षक सुरेश प्रसाद सिंह, ग्रामीण युवक मनमोहन सिंह, शालिग्राम सिंह, प्रभात कुमार, गोपाल कुमार आदि ने कई अवसरों पर इस संदर्भ में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी है और अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की जरूरत को क्षेत्र के गरीब लोगों की खास आवश्यकता भी बताया है। उधर चर्चा यह भी है संभवतः मांग पर जनप्रतिनिधि काफी गंभीर हैं।
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