छोटे स्तर के दुकानदारों व फुटपाथ विक्रेताओं को आत्मनिर्भर बनाना सरकार का उद्देश्य-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर(झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त (Deoghar district Deputy commissioner) मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में 29 जनवरी को दीनदयाल अत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत शहरी फुटपाथ विक्रेताओं को पहचान पत्र निर्गत करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम देवघर शहर के शिवलोक परिसर में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त भजंत्री ने फुटकर दुकानदारों को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक विकास में शहरों की मत्वपूर्ण भागीदारी होती है। शहरी आबादी का एक बड़ा हिस्सा गरीब एवं उपेक्षित है। इस वर्ग को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त बनाने हेतु भारत सरकार के आवास एवं शहरी गरीबी उपशमन मंत्रालय द्वारा दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन की शुरुआत की गयी। योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी क्षेत्र में निवास करने वाले गरीब परिवारों को रोजगार उपलब्ध करवाना एवं उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है। इसी उद्देश्य के साथ राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा लगातार इस परिपेक्ष्य में कार्य किया जा रहा है। ऐसे में सभी फुटपाथ विक्रेताओं से अनुरोध है कि अपने दुकानों के आस-पास साफ-सफाई रखते हुए दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें। सबसे महत्वपूर्ण दुकान लगाते समय सड़कों पर अतिक्रमण न हो इसका विशेष रूप से ध्यान रखें। सभी से आग्रह होगा कि नगर निगम क्षेत्र को प्लास्टिक व थर्मोकाॅल मुक्त बनाने की दिशा में जिला प्रशासन का सहयोग करें। इस हेतु बेहतर विकल्प को तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। प्लास्टिक के जगह कागज, जूट व कपड़ों के बैग, थैला बनाने का कार्य स्वयं सहायता समूह की दीदियों द्वारा किया जायेगा, ताकि प्लास्टिक के उपयोग को कम किया जा सके। ऐसे में सभी विक्रेताओं का सहयोग इस मुहिम में आपेक्षित है।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने फुटपाथ विक्रेताओं को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की शुरूआत सभी की सुविधा हेतु किया गया है। वर्तमान में कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित शहरी फुटपाथ विक्रेताओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके अन्तर्गत शहरी फुटपाथ विक्रेताओं को बैंको के माध्यम से दस हजार रूपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। योजना का लाभ लेने में किसी प्रकार समस्या होने पर आप उपायुक्त कार्यालय में अपने शिकायत को बता सकते हैं।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त भजंत्री, पुलिस अधीक्षक व नगर आयुक्त द्वारा संयुक्त रूप से फुटपाथ विक्रेताओं के बीच पहचान पत्र व कचड़ा निष्पादन हेतु डस्टबीन दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा ने कहा कि फुटपाथ विक्रेताओं को पहचान पत्र देने का कार्य सराहनीय है। ऐसे में अब आपकी अपनी पहचान बनेगी और बेहतर तरीके से अपना काम कर पायेंगे। पुलिस अधीक्षक ने सभी फुटपाथ विक्रेताओं से अपील करते हुए कहा कि सड़कों पर अतिक्रमण न हो इसका ध्यान रखें और साफ-सफाई की व्यवस्था के अलावा कचड़ों के लिए डस्टबीन का उपयोग अवश्य रूप से करें। कार्यक्रम की शुरूआत में नगर आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल द्वारा उपायुक्त भजंत्री, पुलिस अधीक्षक सिन्हा, उपस्थित अतिथियों व फुटपाथ दुकानदारों का स्वागत करते हुए कहा गया कि आप सभी सम्मान के साथ रोजगार देने हेतु सरकार व नगर निगम प्रशासन प्रतिबद्ध है। ऐसे में सभी फुटपाथ विक्रताओं से अपील होगी कि दुकानों के आस-पास साफ-सफाई के साथ-साथ प्लास्टिक के उपयोग को बंद करें, ताकि नगर निगम क्षेत्र को साफ व स्वच्छ रखा जा सके। कचड़ा फेंकने हेतु डस्टबीन का उपयोग अवश्य रूप से करें। इस दिशा में वर्तमान में कुल चिन्हीत एवं निबंधित 3109 फुटपाथ विक्रेता नगर निगम क्षेत्र में हैं। भुरभुरा मोड़ में एक सर्व सुविधा युक्त (बिजली, पानी, शौचालय, पार्किंग आदि) वडिंग जोन का निर्माण कर चिन्हित 56 फुटपाथ विक्रेताओं को आवंटित कर दिया गया है। दो अन्य वेडिंग जोन हथगढ़ एवं बसमत्ता में निर्माणाधीन है। प्रत्येक वार्ड में वैडिंग जोन बनाने का प्रस्ताव प्रक्रियाधीन है।
कार्यक्रम के दौरान कौशल विकास विभाग द्वारा प्रशिक्षण हेतु निबंधन कैम्प का आयोजन शिवलोक परिसर में किया गया था। इस दौरान उपरोक्त के अलावे सिटी मैनेजर हिमांशु शेखर एवं संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मी आदि उपस्थित थे।
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