बदायूं गैंगरेप के आरोपियों को बचाने की साजिश बंद करे योगी सरकार-बंदना
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं मंदिर में पूजा करने गई महिला (आंगनबाड़ी सेविका) को पूजारी सत्यनारायण दास (Satyanarayan das) एवं दो पूजारी द्वारा गैंगरेप करने के बाद प्राईवेट पार्ट में छड़ घुसेड़कर, पैर एवं पसली तोड़कर हत्या करने की घटना के खिलाफ महिला संगठन ऐपवा एवं आइसा के बैनर तले विरोध मार्च निकालकर 9 जनवरी को मछली बाजार ताजपुर रोड से गुजरते हुए आभरब्रीज चौराहा के पास मुख्यमंत्री योगी का पूतला फूंका गया।
मौके पर ऐपवा के समस्तीपुर जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि युपी की योगी सरकार आरोपियों को बचाना चाह रही है। एफआईआर लेने में कोताही बरतने वाले पुलिस पर मुकदमा चलाये जाने के बजाय सस्पेंड कर मामले की लिपापोती करने में लगी है। महिला आयोग के सदस्य चंद्रमुखी देवी ने कहा कि योगी सरकार आरोपियों को बेनिफिट ऑफ डाऊट दिलाना चाहती है। भाजपा विधायक सेंगर की तरह बदायूं गैंगरेप के आरोपियों को भी सरकार बचाने की कोशिश में लगी है। उन्होंने कहा कि योगी- मोदी सरकार फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन कर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाए। मामले में कोताही बरतने वाले पुलिस पर 302 का मुकदमा दर्ज हो। साथ ही सरकार महिलाओं की सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित करे।
ऐसा नेत्री जगतारण देवी ने कहा कि श्रद्धालुओं का पवित्र स्थान मंदिर में इस प्रकार की घटना पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। इसके आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय युपी सरकार अपने तंत्र के सहयोग से आरोपियों को बचाना चाह रही है। यह शर्मनाक करतूत है। युपी में बेटियां एवं महिलाएं पूरी तरह से असुरक्षित है। हम सभी को इसे बचाने के लिए आगे आना होगा। इस अवसर पर महिला नेत्री कामिनी देवी, सुनील कुमार, गंगा प्रसाद पासवान, ललित सहनी, मो. फरमान, दीपक यादव, राजू कुमार झा, फूलबाबू सिंह, अमित कुमार, महावीर पोद्दार, उपेंद्र राय, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, मिथिलेश कुमार, प्रेमानंद सिंह, दिनेश सिंह, मो. नईम, मो. अन्नु समेत अन्य छात्र- महिला नेताओं ने सभा को संबोधित किया। तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फुंका।
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