मन की बकबास बंद करो मोदीजी अब किसानों की बात सुनों-आशिफ होदा
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। तीनों कृषि कानून रद्द करने, अंबानी- अडाणी से यारी और किसानों से गद्दारी बंद करने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी करने, तय समर्थन मूल्य से कम पर फसल खरीद को गारंटी करने, मन की बकबास बंद कर किसानों की बात सुनने, किसानों को नि: शुल्क बिजली- पानी- खाद- बीज- कृषि संयत्र देने, कृषि लोन माफ करने समेत अन्य मांगों को लेकर 27 दिसंबर को समस्तीपुर जिला (samastipur district) के हद में ताजपुर प्रखंड (Taj pur block) के मोतीपुर वार्ड-10 के पास आलू की खेत में अखिल भारतीय किसान महासभा के झंडे, बैनर तले किसानों ने थाली पीटकर किसान विरोधी मोदी सरकार का विरोध किया। मौके पर भाकपा माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, बासुदेव राय, मुकेश कुमार गुप्ता, जीतेंद्र सहनी, आशिफ होदा, संतोष कुमार, अरशद कमाल बबलू, शंकर सिंह, मनोज कुमार सिंह, अमरेश सिंह, मो. एजाज, राजदेव प्रसाद सिंह, ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, चांद बाबू, मो. तौसीफ इकबाल, मो. मुन्ना आदि ने आयोजित सभा को संबोधित किया।
सभा की अध्यक्षता किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानी को किसान के हाथों से लेकर अडाणी- अंबानी को सौपना चाहती है। कॉरपोरेट कंपनियां अपने हित में खेती कराएंगे। किसान अपने से नहीं बल्कि कंपनीयों द्वारा निर्धारित फसल की उपज कर पाएंगे। किसान के उत्पाद खरीदने में रेट लगाने की कंपनीयों को छूट होगी। स्टॉक की सीमा भी नहीं होगी। इससे किसान कंपनियों के गुलाम हो जाएंगे। इस प्रकार के अंग्रेजी कानून को किसान नहीं मानेंगे। किसानों की लड़ाई जायज है। इसमें भाकपा माले किसानों के पक्ष में आंदोलन को तेज करेंगे।
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