सन्तोष कुमार झा/मुजफ्फरपुर(बिहार)। बिहार(Bihar में बेरोजगारी बड़ी समस्या रही है। रोजगार की बात होती है लेकिन रोजगार के अभाव में लोग बिहार से पलायन करते रहे हैं। यह बिहार का कड़वा सच भी है। चुनाव पूर्व बेरोजगारी को मुद्दा बनाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनकी सरकार बिहार में बनी तो पहली कैबिनेट की मीटिंग में दस लाख युवाओं को रोजगार देने का काम किया जाएगा। तेजस्वी के बयान पर बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने तेजस्वी यादव पर जमकर हमला बोला है।
एमएलसी चुनाव प्रचार के लिए 3 अक्टूबर को दरभंगा पहुंचे मंत्री झा ने अपने उम्मीदवार की जीत को सुनिश्चित बताया। उनसे राजद द्वारा 10 लाख नौकरियां देने के सवाल पूछा गया तो तेजस्वी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार में 10 लाख लोगों को पिस्टल या कट्टा बांट कर क्या रोजगार देंगे? क्या बिहार में फिर अपहरण उद्योग शुरू किया जाएगा? झा यहीं नहीं रुके बल्कि तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा कि जिन्होंने अपनी शिक्षा पूरी नहीं की वे क्या रोजगार देंगे? साथ ही मंत्री झा ने लालू-राबड़ी राज की याद ताजा करते हुए आरोप लगाया कि जिन्होंने रेलवे की नौकरी देने के नाम पर लोगों से जमीन ली। कई मंत्री और नेता का नाम लेते हुए कहा कि पार्टी में टिकट, मंत्री बनाने पर जमीन रजिस्ट्री कराई वे लोग बिहार में रोजगार देने की बात किस मुंह से करते हैं।
मंत्री झा ने तेजस्वी को घेरते हुए कहा कि तेजस्वी यादव अपने माता-पिता की असफलता को छुपा रहे हैं। जिन्होंने बिहार में जंगल राज स्थापित कर दिया और हजारों करोड़ों रुपये गलत तरीके से अर्जित किए। मंत्री ने सलाह देते हुए कहा कि तेजस्वी गलत तरीके से अर्जित की गई कमाई वाले पैसे गरीबों में पहले बांट दें तब उनकी बातों पर कोई विचार करेगा। झा ने कहा लालू-राबड़ी के 15 साल में मात्र 95 हजार लोगों को नौकरियां दी गयी जबकि नीतीश सरकार में 6 लाख लोगों को नौकरियां दी गई हैं।
एनडीए में चिराग पासवान की नाराजगी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि चिराग एनडीए गठबंधन के साथ हैं। कहीं कोई नाराजगी नहीं है। कोई भी पार्टी जो गठबंधन में होती है तो ज्यादा सीटों की मांग करती है। यह कोई बुरी बात नहीं है। सभी पार्टी चाहती हैं उनका प्रभाव ज्यादा हो। कोई विवाद नहीं है हम सब साथ हैं।
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