प्रहरी संवाददाता/ मुंबई। समाज और परिवार के लिए समर्पित स्वर्गीय कमलादेवी गोविंदराम तहलियानी की 25वीं पुण्यतिथि पर भजन संध्या का आयोजन किया गया है। भजन संध्या का आयोजन दादर पूर्व के स्वामी नारायण मंदिर में 15 अप्रैल की शाम साढे छह बजे रखा गया है। स्व. कमलादेवी के भजन संध्या में कई धर्म गुरू शामिल होंगे।
समाजसेविका स्व. कमलादेवी गोविंदराम तहलियानी अपने पीछे हंसता खेलता कुंबा छोड़ गई हैं। तहलियानी परिवार के सदस्यों ने अपने मित्र, बंधुओं व स्व. माता जी प्रेरित गणमान्यों से अपील की है की उनकी आत्मा की शांती के लिए भजन संध्या के प्रार्थना में शामिल होकर लाभ लें। 15 अप्रैल को भजन संध्या का आयोजन स्व. माता जी के पुत्र दिनेश तहिलियानी व उनके भाइयों ने किया है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में सिंधी समाज के लोगों के अलावा माता जी से प्रेरित गणमान्यों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। समाजसेवी स्व. कमलादेवी गोविंदराम तहलियानी ने अपने जीवन काल में गरीब व असहाय लोगों की तन मन और धन से मदद करती थी। इतना ही नहीं वो अपने आगे का आहार भी गरीबों में बांट देती थी।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत, मुंबई के चेंबूर स्थित एमएस बिल्डिंग में रहने लगे। स्व. गोबिंदराम शोभराज तहलियानी परिवार में पत्नी के अलावा पांच बेटे और दो बेटियां थी। बेटा प्रकाश तहलियानी, दिनेश तहलियानी, लाल तहलियानी, हरीश तहलियानी, अनिल तहलियानी और बीना भोजवानी और दीपा सम्तानी हैं।
स्व. कमलादेवी तहलियानी का जन्म पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 29 नवंबर 1932 में हुआ था और उनका देहांत 14 अप्रेल 1992 में भारत में हुआ। हालांकि काफी स्ट्रगल के बाद स्व. गोबिंदराम शोभराज तहलियानी ने अपने सभी बच्चों को उच्च शिक्षा के साथ-साथ समाजसेवा का पाठ भी पढ़ाया, जो अब फल फूल रहा है। इस खुशहाल परिवार का लोअर परेल में स्थित आरएसएस कार्यालय यशवंत भवन के पास के. जी. टी इंटरनेश्नल नामक एक स्कूल भी है।
वर्ष 2002 में स्व. गोबिंदराम शोभराज तहलियानी का निधन हो गया, उसके बाद स्कूल का सारा काम काज पांचों भाइयों पर आ गया। तहलियानी परिवार के दोनों बुजुर्ग अब नहीं रहे। लेकिन उनका आशीर्वाद अपने बच्चों पर बना हुआ है। जिसके चलते पुण्य तिथि के तौर पर दोनों बुजुर्गों को याद किया जाता है।
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