स्वतंत्र पत्रकार आनंद दत्ता के साथ पुलिस ने की बर्बरता

पत्रकारों के विरोध और मुख्यमंत्री के कड़े रुख के बाद आरोपी एएसआई निलंबित

एस.पी.सक्सेना/ रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची (Ranchi) के स्वतंत्र पत्रकार आनंद दत्ता के साथ 12 सितंबर को रांची के मोरहाबादी में मारपीट मामले में एएसआई मोहन महतो को एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने पत्रकारों के विरोध और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) के कड़े रुख के बाद 13 सितंबर को सस्पेंड कर दिया है। मारपीट को लेकर एसएसपी ने सिटी डीएसपी अमित कुमार सिंह को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा था। जांच में एएसआई दोषी पाए गए। इसके बाद एसएसपी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।

जानकारी के अनुसार झारखंड के स्वतंत्र पत्रकार आनंद दत्ता 12 सितंबर को अपनी पत्नी के साथ रांची के एक सब्जी मार्केट में सब्जी खरीदने गये थे। इस दौरान आरोपी जमादार महतो ने पुलिसिया धौंस दिखाते हुए दत्ता की पिटाई कर दी।

स्वतंत्र पत्रकार आनंद दत्ता झारखंड में कई वर्षों से स्वतंत्र पत्रकारिता कर झारखंड की जमीनी हकीकत को सामने ला रहे हैं। इनकी कई रिपोर्टों पर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट में उठाये गये समस्याओं के समाधान के लिए जिला उपायुक्तों को आदेश दिया है। दत्ता वर्त्तमान में द प्रिंट हिन्दी गाँव कनेक्शन और न्यूज़क्लिक हिंदी में बतौर स्वतंत्र पत्रकार रिपोर्टिंग करते हैं।

पत्रकार दत्ता ने बताया कि घटना के समय वह अपनी पत्नी के साथ रांची के मोरहाबादी मैदान के पास सब्जी खरीद रहे थे। वहाँ पर स्थानीय टीओपी के एएसआई मोहन महतो दो महिलाओं से बात कर रहे थे। एएसआई ने पत्रकार को देखते ही कहा कि तुम यहाँ क्या कर रहे हो? सब्जी खरीदने की बात बताने पर झोला दिखाने को बोलने लगा जबकि झोला लेकर पत्नी आगे बढ़ गयी थी। इतना सुनते ही ‘पाॅकेटमार’ कहकर एएसआई ने उसे थप्पड़ मारना शुरु कर दिया। साथ ही गला पकड़कर खींचते हुए पीसीआर में लेकर चला गया। पीसीआर से उसे टीओपी ले जाया गया और वहाँ भी पीटा गया।
जब इस बात की जानकारी पत्रकारों को हुई, तब देर रात इन्हें थाना से छोड़ा गया। इन्होंने एएसआई के खिलाफ थाना में आवेदन भी दिया लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं हो सका।
ऑल इंडिया रिपोर्टर एसोसिएशन (आईरा) के राष्ट्रीय सचिव सत्या पॉल इस घटना की घोर निंदा करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट कर पत्रकार सुरक्षा कानून अविलम्ब लागू करने की मांग की। स्वतंत्रत पत्रकार विशद कुमार तथा रूपेश कुमार सिंह ने कहा कि समाज को चेतना देने वाला पत्रकार ही जब असुरक्षित हो तो समाज पर गुन्डे मवालियो का कब्जा होगा। पूरा समाज असुरक्षित रहेगा। अतः ऐसी घटनाओं के खिलाफ समाज के लोगों को आना होगा। पत्रकारों के कड़े विरोध को देखते हुए सीएम सोरेन ने डीजी एमबी राव को ट्वीट कर कार्रवाई का निर्देश दिया। तब कही जाकर आरोपी पुलिस कर्मी को निलंबित किया गया।

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