प्रहरी संवाददाता/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) शहर की नारकीय हालत और निगम के अधिकारियों से लेकर कर्मियों तक की हीला हवाली व आदेशों की अनदेखी पर अब आलाधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो गयी है। नगर विकास व आवास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा और विभाग सचिव के आदेशों के अनुपालन में देरी पर नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा से स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं, निगम के कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार सिन्हा के निलंबन व वेतन पर रोक का आदेश जारी किया गया है। एसटीपी का कामकाज देख रहे कार्यपालक अभियंता सुरेश कुमार सिन्हा को हटाकर उनकी जगह नये अधिकारी को भेजा जाएगा।
यह निर्णय बीते 17 अगस्त को नगर विकास मंत्री शर्मा के साथ विभाग व नगर निगम के उच्चधिकारियों से साथ हुई समीक्षा बैठक में लिए गए। इस दौरान नगर आयुक्त को 31 अगस्त तक सारे निर्देशों को पूरा करने को कहा गया। अगली समीक्षा बैठक में कार्य पूरा नहीं होने पर सख्त कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया गया। बैठक में विभाग के सचिव आनंद किशोर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त विशाल आनंद व निगम के कायर्पालक अभियंता जुड़े थे।
इस दौरान आदेश की अवहेलना व जल निकासी में हीला हवाली पर नगर आयुक्त से स्पष्टीकरण मांगा गया। इस पर नगर आयुक्त ने कार्यपाकल अभियंता के द्वारा अंधेरे में रखने की बात कही। उनके निर्देश के बावजूद वर्क आर्डर जारी नहीं किया गया। इसपर उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी किया गया। इस दौरान मंत्री ने कहा कि शहर के मोहल्लों की हालत अच्छी नहीं है। दर्जनों मोहल्ले अब भी संकट से जूझ रहे हैं।
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