लकवाग्रस्त चुन्नीलाल का गोमियां के एक अस्पताल में हो रहा है इलाज
विजय कुमार साव/ गोमियां (बोकारो)। झारखंड आन्दोलन में शिबू सोरेन, टेकलाल महतो सरीखे आन्दोलनकारी नेताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आन्दोलन को मुकाम देने वाले चुन्नीलाल सोरेन (Chunnilal Soren) आज लकवाग्रस्त होकर अस्पताल के बेड पर जीवन और मौत से जंग लड़ने को मजबुर हैं। न तो उन्हें सरकारी स्तर पर और न हीं कोई स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा किसी प्रकार की मदद मिल पा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी हालत स्थिर बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार गोमियां प्रखंड के हद में महुआटांड़ पंचायत के गांगपुर रहिवासी झारखंड आंदोलनकारी 70 वर्षीय चुन्नीलाल सोरेन लकवा ग्रस्त होने के कारण 8 अगस्त से गोमियां (Gomia) के टॉप केयर हॉस्पिटल में एडमिट है। सोरेन के पुत्र बिरजू लाल सोरेन के अनुसार उनकी स्थिति गंभीर और परिवार की स्थिति बहुत हीं दयनीय है। उसने बताया कि वह मजदूरी कर अपना रोजी-रोटी चलाते हैं। सरकारी लाभ के नाम पर उनके पास सिर्फ एक राशन कार्ड है। ना ही प्रधानमंत्री आवास योजना है और ना ही उनके पिता को वृद्धा पेंशन हीं मिल रहा है जबकि उसके पिता झारखंड आंदोलनकारी रहे हैं।
सोरेन की यह स्थिति देख कोई भी समाज सेवी और ना ही जनप्रतिनिधि अबतक आगे आए हैं। मार्च महीने से लगे लॉकडाउन के कारण इस वैश्विक महामारी में ऐसे ही लोगों की कमर टूट चुकी है। लोग किसी तरह जीवन यापन कर रहे हैं। आंदोलनकारी के पुत्र ने कहा उन पर क्या गुजर रही है यह तो वही जानता है।
338 total views, 2 views today