किसान विरोधी तीनों अध्यादेश वापस ले मोदी सरकार- ब्रहमदेव प्रसाद सिंह
एस.पी.सक्सेना/ समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर (Samastipur) जिला के हद में ताजपुर प्रखंड में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा 9 अगस्त को घोषित देशव्यापी किसान मुक्ति दिवस पर स्थानीय मोतीपुर वार्ड-10 में बड़ी संख्या में अन्नदाताओं ने धरना दिया। अन्नदाता (किसान) अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। मौके पर सभा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया।
धरना में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि 9 अगस्त 1942 को अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के तर्ज पर मोदी सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ नए-नए अध्यादेश लाए जा रहे हैं। सिंह ने कहा कि 5 अगस्त 2020 को किसानों के विरोध में तीन नया अध्यादेश लाया गया है जो पुरी तरह से किसान विरोधी है।
किसान बचाओ कॉर्पोरेट भगाओ नारे के तहत कृषि उपज वाणिज्य एवं व्यापार संवर्धन और सुविधा अध्यादेश 2020, मूल्य आश्वासन पर बंदोबस्ती और सुरक्षा समझौता कृषि सेवा अध्यादेश 2020, आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन 2020. यह तीनों अध्यादेश को सरकार वापस ले। इससे फसल के दाम घट जाएंगे और खेती की लागत महंगी होंगी।
साथ ही किसानों की सुरक्षा समाप्त हो जाएगी। खाद सुरक्षा तथा सरकारी हस्तक्षेप की संभावना समाप्त हो जाएगी। यह पुरी तरह कॉरपोरेट सेक्टर को बढ़ावा देता है। उनके द्वारा खाद्यान्न आपूर्ति पर नियंत्रण जमाखोरी व कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा। किसानों को वन नेशन वन मार्केट नहीं,बल्कि वन नेशन वन एमएसपी चाहिए। सरकार किसानों के कर्ज माफ करे, बिजली बिल 2020 संशोधन वापस ले, मनरेगा को कृषि कार्य से भी जोड़ा जाए।
धरना में किसानों के हित में अधूरे पड़े नून नदी परियोजना को पुरा कर चालू करने, किसानों के केबीसी समेत तमाम लोन माफ करने, नि:शुल्क बिजली, पानी, खाद, बीज, कृषि संयत्र आदि की मांग भी बिहार सरकार से की गई। उपस्थित किसानों ने समस्तीपुर के राजद विधायक अख्तरूल इस्लाम शाहीन से मोतीपुर वार्ड-10 की जर्जर सड़क को आरसीसी करने की मांग की। मौके पर मुख्य रूप से रवींद्र प्रसाद सिंह, बखेरी सिंह, जयनारायण दास, ललन दास, राजदेव प्रसाद सिंह, कैलाश सिंह, शंकर सिंह, मंजीत कुमार आदि उपस्थित थे।
248 total views, 2 views today