विजय कुमार साव/ गोमियां (बोकारो)। गोमियां (Gomia) प्रखंड के हद में भाकपा माले गोमिया प्रखंड कमिटी की ओर से साडम में 28 जुलाई को पार्टी के संस्थापक कामरेड चारू मजूमदार का 48 वां शहादत दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम कॉ चारू मजूमदार की तस्वीर पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया और एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले गोमिया प्रखंड कमिटी के सचिव सुरेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि स्वर्गीय कामरेड भाकपा माले के संस्थापक थे। उन्होंने सन् 1969 ई. में कलकत्ता के मैदान में एक जनसभा कर भाकपा माले का गठन किया था। कामरेड चारू मजूमदार पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी गांव से क्रांतीकारी आंदोलन को जन्म दिया था।
उसी समय स्वर्गीय कामरेड ने वहां के शोषित किसानों एवं मजदूरों को संगठित करने का काम किया और पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी गांव में जमींदारों के विरूद्ध एक बड़ा आंदोलन खड़ा हो गया। जिसका नेतृत्व कॉ स्वयं कर रहे थे। उस समय के तात्कालीन राज्य सरकार एवं केंद्र की इंदिरा गांधी सरकार ने इस आंदोलन को कुचलने के लिए केंद्र से फोर्स भेजकर 16 जुलाई 1972 को कामरेड को गिरफ्तार कर कलकत्ता के लाल बाजार थाना में बंद कर दिया गया।
जेल के अन्दर उन्हें काफी प्रताड़ित किया गया। जिसके कारण 28 जुलाई 1972 को कामरेड की मृत्यु हो गई। प्रखंड सचिव ने कहा कि आज भी जिस तरह हमारे देश की सरकार मजदूरों एवं किसानों के अधिकारों पर हमला कर रही है और देश के संविधान के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। जरूरत है उनकी राह पर चलने की। हमारी पाटी इसके लिए संघर्ष करती रहेगी। मौके पर माले नेत्री शोभा देवी, उमेश राम, मोहन प्रसाद ठाकुर, भोला सिंह, धीरज कुमार पासवान, मनोवर राय, पिन्टू पासवान, अब्दुल सलाम आदि कॉमरेडों ने कॉ चारू मजूमदार के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया।
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